नई दिल्ली: पुखराज, जिसे टोपाज़ भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली रत्न माना गया है। खासतौर पर ज्योतिष में इसका विशेष स्थान है। इसे धारण करने से न केवल मानसिक शांति और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है बल्कि जीवन में कई सकारात्मक बदलाव भी आते हैं। पुखराज के विभिन्न रंग और उनके फायदे पुखराज […]
नई दिल्ली: पुखराज, जिसे टोपाज़ भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण और शक्तिशाली रत्न माना गया है। खासतौर पर ज्योतिष में इसका विशेष स्थान है। इसे धारण करने से न केवल मानसिक शांति और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है बल्कि जीवन में कई सकारात्मक बदलाव भी आते हैं।
पुखराज मुख्यतः पीले रंग का होता है, लेकिन यह नीले, सफेद, और हरे जैसे अन्य रंगों में भी पाया जाता है। हर रंग के पुखराज का अलग-अलग प्रभाव और महत्व होता है:
– पीला पुखराज: इसे गुरु ग्रह से जोड़कर देखा जाता है। इसे पहनने से विद्या, धन, और वैवाहिक सुख की प्रप्ति होती है।
– नीला पुखराज: शनि ग्रह से संबंधित होता है और इसे पहनने से करियर में उन्नति और आर्थिक स्थिरता मिलती है।
– सफेद पुखराज: चंद्र ग्रह से संबंधित होने के कारण इसे पहनने से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
– हरा पुखराज: इसे बुध ग्रह से जोड़ा जाता है और इसे पहनने से स्वास्थ्य और बुद्धिमत्ता में वृद्धि होती है।
पुखराज धारण करने से पहले कुछ खास नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। पुखराज को गुरु के दिन यानी बृहस्पतिवार के दिन पहनना शुभ माना जाता है। इसे किसी विद्वान ज्योतिषी की सलाह से ही धारण करना चाहिए, ताकि इसके प्रभाव सकारात्मक हो। इसे सोने की अंगूठी में दाएं हाथ की तर्जनी अंगुली में पहनना उचित माना जाता है।
– धन-संपत्ति में वृद्धि: इसे धारण करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और व्यापार में लाभ मिलता है।
– शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य: पुखराज मानसिक शांति और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। यह रोगों से बचाव में भी सहायक माना जाता है।
– विवाह और संबंधों में सुधार: खासतौर पर विवाह में आ रही अड़चनों को दूर करने में यह लाभकारी होता है।
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