रुद्राक्ष को भारतीय परंपरा में अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली माना गया है। इसे भगवान शिव के अश्रुओं से उत्पन्न माना जाता है और इसे पहनने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि आती है, लेकिन रुद्राक्ष पहनते समय कुछ गलतियां करने से यह लाभ की जगह नुकसान दे सकता है।
नई दिल्ली: रुद्राक्ष को भारतीय परंपरा में अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली माना गया है। इसे भगवान शिव के अश्रुओं से उत्पन्न माना जाता है और इसे पहनने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि आती है, लेकिन रुद्राक्ष पहनते समय कुछ गलतियां करने से यह लाभ की जगह नुकसान दे सकता है। आइए जानें, रुद्राक्ष पहनने से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
रुद्राक्ष पहनने से पहले यह सुनिश्चित करें कि वह असली हो। नकली रुद्राक्ष पहनने से न केवल लाभ नहीं होता बल्कि यह नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है। असली रुद्राक्ष की पहचान के लिए विशेषज्ञ से परामर्श लें।
रुद्राक्ष पहनने से पहले मन और शरीर को शुद्ध रखें। स्नान के बाद और भगवान शिव का ध्यान करते हुए इसे पहनें। अशुद्ध स्थिति में रुद्राक्ष पहनना अशुभ हो सकता है।
रुद्राक्ष को हमेशा रेशमी या सूती धागे में धारण करें। चमड़े या अशुद्ध धातु से बने धागों का उपयोग करना रुद्राक्ष की पवित्रता को नष्ट कर सकता है।
रुद्राक्ष पहनने के बाद मांसाहारी भोजन और नशीले पदार्थों का सेवन न करें। यह रुद्राक्ष की ऊर्जा को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
सोते समय रुद्राक्ष उतार देना बेहतर होता है। इसे किसी साफ और पवित्र स्थान पर रखें। इससे इसकी ऊर्जा संरक्षित रहती है।
रुद्राक्ष को कभी भी दूसरों को छूने न दें। यह उसकी ऊर्जा को कमजोर कर सकता है। इसे स्वयं ही संभालें और पवित्रता बनाए रखें।
रुद्राक्ष को सीधे पहनने से पहले इसे विधिवत रूप से अभिमंत्रित करें। भगवान शिव के “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए इसे धारण करें। इससे रुद्राक्ष की शक्ति बढ़ जाती है।
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