नई दिल्लीः आज 14 फरवरी को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। यह त्यौहार हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। बसंत ऋतु की शुरुआत बसंत पंचमी से होती है। मान्यता के अनुसार इसी दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती का अवतरण हुआ था। इसलिए इस […]
नई दिल्लीः आज 14 फरवरी को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। यह त्यौहार हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। बसंत ऋतु की शुरुआत बसंत पंचमी से होती है। मान्यता के अनुसार इसी दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती का अवतरण हुआ था। इसलिए इस दिन बसंत पंचमी बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। इस खास अवसर पर देवी सरस्वती की पूजा और व्रत का अनुष्ठान किया जाता है। इस दिन व्रत रखते समय भूलकर भी गलती न करें। कहा जाता है कि अगर कोई ऐसा करता है तो पूजा सफल नहीं होगी और मां सरस्वती नाराज हो जाएंगी।
बसंत पंचमी व्रत का पारण करने से पहले मां सरस्वती की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें। उनका प्रिय फल बेर या मीठे पीले चावल ग्रहण कर व्रत खोलना चाहिए।
बसंत पंचमी व्रत के दिन पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार मां सरस्वती को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। इस दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। क्योंकि काले रंग को प्रतिकूल रंग माना जाता है।
जब आप बसंत पंचमी का व्रत करें तो देवी सरस्वती की पूजा करने के बाद ही कुछ भी खाएं। पूजा से पहले कुछ भी खाने से व्रत की गरिमा नष्ट हो जाती है।
इसके अलावा बसंत पंचमी के दिन मांस, शराब का सेवन या कोई भी नशा नहीं करना चाहिए।
इस दिन साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
बसंत पंचमी व्रत के दौरान गलती से भी गलत शब्द नहीं बोलना चाहिए। क्योंकि मां सरस्वती को भाषा की देवी माना जाता है।
इस दिन महिलाओं और बुजुर्गों को परेशान न करें।
बसंत पंचमी का व्रत खोलने से पहले देवी सरस्वती की विधिवत पूजा करें। अपने पसंदीदा फल बेर या मीठे पीले चावल खाकर व्रत खोलना चाहिए।
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