नई दिल्ली: 7 सितंबर से गणेशोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में आप जगह-जगह गणपति बप्पा के खूबसूरत पंडाल देखने जा सकते हैं। गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर लोग अपने घरों में भी बप्पा की स्थापना करते हैं। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में बप्पा का पूरा ख्याल रखा जाता है। […]
नई दिल्ली: 7 सितंबर से गणेशोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में आप जगह-जगह गणपति बप्पा के खूबसूरत पंडाल देखने जा सकते हैं। गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर लोग अपने घरों में भी बप्पा की स्थापना करते हैं। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में बप्पा का पूरा ख्याल रखा जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा का विसर्जन किया जाता है।
आपको बता दें कि यह दिन भगवान गणेश के धरती पर आगमन के अंत का प्रतीक माना जाता है। यही वजह है कि लोग बप्पा को नदी में विसर्जित करते हैं। इसके साथ ही अगले साल का इंतजार भी शुरू हो जाता है। कुछ लोगों को विसर्जित करने के लिए जगह नहीं मिलती। ऐसे में अगर आप दिल्ली-एनसीआर में हैं तो आपको बताते हैं कि आप कहां बप्पा का विसर्जन कर सकते हैं।
आप हिंडन नदी में बप्पा का विसर्जन करने जा सकते हैं। यहां आपको भीड़ भी कम मिलेगी। यह नदी दिल्ली से कुछ ही दूरी पर यमुना में मिलती है। हिंडन नदी गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा से होकर बहती है। अगर आप हिंडन नदी में मूर्ति विसर्जित करने जा रहे हैं तो आपको इसके लिए अनुमति लेनी होगी।
आप बप्पा की मूर्ति विसर्जित करने के लिए रोहिणी के सेक्टर 16 जा सकते हैं। हालांकि, नोएडा में रहने वाले लोगों के लिए यह थोड़ी दूर हो सकती है। आपको वहां गणपति जी का विसर्जन करने वाले कई लोग मिल जाएंगे।
वैसे भी शाहदरा में गणपति जी का पंडाल सजाया जाता है। लेकिन पंडाल के साथ-साथ यहां मूर्ति विसर्जित करने की भी व्यवस्था है। पंडाल स्थल के आसपास टब और गड्ढों में बप्पा को विसर्जित करने की सुविधा है। आपको बता दें कि शाहदरा में बड़े पैमाने पर लोग बप्पा का विसर्जन करने आते हैं।
हालांकि, अगर आप किसी जगह पर बप्पा का विसर्जन करने जा रहे हैं तो पहले से सारी जानकारी हासिल कर लें। ताकि बाद में आपको किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
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