अध्यात्म

बिना मां के जन्मा बाली, कैसे छीन लेता था दुश्मन की आधी ताकत?

नई दिल्ली: वानरों के राजा बाली को उनकी असीम ताकत और अद्भुत युद्ध कौशल के लिए जाना जाता है। रामायण के अनुसार, बाली जिसे भी चुनौती देते थे, उसकी आधी शक्ति खुद में समाहित कर लेते थे, जिससे उन्हें हराना नामुमकिन हो जाता था। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बाली का जन्म किसी स्त्री से नहीं, बल्कि दो पुरुषों के माध्यम से हुआ था। आइए जानते हैं इस अनोखी कथा के बारे में…

दो पुरुषों से कैसे हुआ बाली का जन्म?

वाल्मीकि रामायण में एक रोचक कहानी मिलती है। ऋक्षराज नाम का एक वानर ऋष्यमूक पर्वत पर रहता था। एक दिन वह एक विशेष तालाब में नहा लिया, जिसकी शक्ति यह थी कि जो भी उसमें स्नान करता, वह एक सुंदर स्त्री में बदल जाता था। ऋक्षराज भी एक सुंदर स्त्री बन गए। उसी समय देवराज इंद्र ने उन्हें देखा और मोहित हो गए। उनके तेज (वीर्य) के बाल पर गिरने से एक शक्तिशाली वानर का जन्म हुआ, जिसे “बाली” नाम दिया गया।

बाली कैसे छीन लेते थे दुश्मन की ताकत?

कथाओं के अनुसार, बाली को उनके पिता देवराज इंद्र ने एक दिव्य हार दिया था। इस हार को ब्रह्मा जी ने अभिमंत्रित किया था। जब बाली इसे पहनकर किसी से लड़ाई करते, तो सामने वाले की आधी शक्ति बाली के शरीर में समा जाती थी। इस वजह से बाली को हराना असंभव हो जाता था, और वे हमेशा विजयी होते थे।

क्यों भगाया सुग्रीव को किष्किंधा से?

बाली और सुग्रीव के बीच विवाद तब हुआ जब मायावी नाम का एक राक्षस बाली को युद्ध के लिए चुनौती देकर एक गुफा में घुस गया। बाली उसका पीछा करते-करते गुफा में चला गया और सुग्रीव बाहर इंतजार करने लगे। लंबे समय बाद गुफा से खून बहता देख सुग्रीव ने सोचा कि बाली मारा गया है। इस भ्रम में उन्होंने गुफा को एक बड़े पत्थर से बंद कर दिया और खुद राजा बन गए। जब बाली वापस लौटे और सुग्रीव को राजा की गद्दी पर बैठे देखा, तो उन्होंने क्रोधित होकर सुग्रीव को राज्य से बाहर निकाल दिया।

श्रीराम ने क्यों किया बाली का वध?

जब भगवान श्रीराम अपनी पत्नी सीता की खोज में सुग्रीव से मिले, तब उन्हें पता चला कि बाली ने सुग्रीव के साथ अन्याय किया और उनकी पत्नी को भी अपने पास रख लिया। इसके बाद, श्रीराम ने सुग्रीव का न्याय करते हुए योजना बनाकर बाली का वध कर दिया। बाली ने मृत्यु से पहले श्रीराम से पूछा, “मेरा अपराध क्या था?” इस पर श्रीराम ने उत्तर दिया, “छोटे भाई की पत्नी पुत्री समान होती है, और तुमने उसे बलपूर्वक अपने पास रखा। यही तुम्हारे वध का कारण है।”

इस लेख में दी गई जानकारी धर्म ग्रंथों, ज्योतिषियों और मान्यताओं पर आधारित है। पाठकों से अनुरोध है कि इसे जानकारी के रूप में ही लें।

 

ये भी पढ़ें:घर में शमी का पौधा लगाने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, कहीं हो लग न जाएं वास्तुदोष

ये भी पढ़ें:द्रौपदी की सुंदरता का रहस्य क्या था, क्यों थी पांचों पांडवों की प्रिय?

Anjali Singh

Recent Posts

पहले लालू-शरद-अखिलेश और अब उमर-अभिषेक… अपने ही लोगों के निशाने पर क्यों हैं राहुल गांधी?

जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस EVM के मुद्दे पर कांग्रेस को आड़े…

2 hours ago

दिल्ली चुनाव: केजरीवाल को जिताने के लिए जान लगाएंगे अखिलेश, AAP-सपा का धांसू प्लान आया सामने

दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में समाजवादी पार्टी की अच्छी खासी पकड़ है। दिल्ली…

2 hours ago

जल्द श्रीलंका दौरे पर जाएंगे PM मोदी, राष्ट्रपति दिसानायके का न्योता स्वीकारा

पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा कि श्रीलंका, भारत…

2 hours ago

बांग्लादेश के लिए कलंक है यूनुस! दिल्ली से ऐसी दहाड़ीं शेख हसीना, कांप उठा ढाका

भारत की राजधानी दिल्ली में बैठीं शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश की वर्तमान सरकार…

2 hours ago

इकरा हसन के विधायक भाई ने योगी की पुलिस को दौड़ाया, कैराना में महा-बवाल!

इस्सौपुरटिल इलाके में अवैध कब्जे को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद चल रहा था।…

2 hours ago

गावस्कर ने दिया गुरुमंत्र, सचिन ने दी सलाह, क्या अब चलेगा कोहली का बल्ला ?

क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने कोहली को एक अहम सलाह दी। उन्होंने कहा कि…

2 hours ago