Astro: सूर्यास्त के बाद आज जरूर करें ये सरल उपाय, शनिदेव की कृपा से मालामाल बनना तय

नई दिल्ली: हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में शनि देव की कृपा बनी रहें. शनि देव की क्रूर दृष्टि किसी पर न पड़े. इसके लिए लोग शनि को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं. नियमानुसार पूजा-अर्चना भी करते हैं. लेकिन आपको ये भी मालूम होना चाहिए कि नियमित रूप […]

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Astro: सूर्यास्त के बाद आज जरूर करें ये सरल उपाय, शनिदेव की कृपा से मालामाल बनना तय

Amisha Singh

  • August 6, 2022 4:15 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: हर व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में शनि देव की कृपा बनी रहें. शनि देव की क्रूर दृष्टि किसी पर न पड़े. इसके लिए लोग शनि को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं. नियमानुसार पूजा-अर्चना भी करते हैं. लेकिन आपको ये भी मालूम होना चाहिए कि नियमित रूप से हर शनिवार शनि चालीसा का पाठ करना बड़ा लाभदायक माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक विधिपूर्वक शनि चालीसा का पाठ करने वाले लोगों से शनि देव जल्दी प्रसन्न होते हैं, और उन पर अपनी खूब कृपा बरसाते हैं.

ऐसा कहा जाता है कि शनि देव की कृपा से व्यक्ति रंक से राजा बन सकता है. हिन्दू धर्म में शनि देव को न्यायधीश की उपाधि दी गई है. कहते हैं कि किसी व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का हिसाब शनि देव रखते हैं. ऐसे में शनि देव के शुभ फलों की प्राप्ति के लिए व्यक्ति को कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए. चलिए आपको बताते हैं शनिवार को करने वाले वो उपाय जिनसे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

 

यदि आप अपने कारोबार में घाटे या कोर्ट कचहरी के चक्करों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो शनिवार के दिन पीपल के 11 पत्ते लेकर इनकी एक माला बना लें. इसके बाद आप यह माला शनि मंदिर में जाकर अर्पित कर दें. माला अर्पित करते समय आप ‘ऊँ श्रीं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का लगातार जाप करें।

अगर वैवाहिक जीवन से खुशियां गायब हो रही है तो इसके लिए आप शनिवार के दिन थोड़े से काले तिल लेकर पीपल के पेड़ के पास चढ़ाएं। काले तिल चढ़ाने के बाद पीपल की जड़ में पानी भी चढ़ाना चाहिए. इससे आपके शादीशुदाजीवन में खुशियां आएंगी.

जो व्यक्ति नौकरी की तलाश कर रहे हैं या अपनी आमदनी बढ़ाने की मनोकामना कर रहे हैं लेकिन सफलता उनके हाथ नहीं लग रही, तो शनिवार के दिन एक काला कोयला लाएं और उसे बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें. इसके साथ ही ‘शं शनैश्चराय नमः।’ मंत्र का जाप करें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए इनख़बर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है.)

 

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