नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ग्रहों की बदलती चाल भी आपकी शादी में देरी का कारण हो सकती है. लेकिन ये भी सच है कि हर इंसान यहां कर्म और नियति के चक्कर से बंधा है. इसलिए कर्मों का फल या कर्म दंड आज नहीं तो कल किसी न किसी रूप में व्यक्ति को […]
नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ग्रहों की बदलती चाल भी आपकी शादी में देरी का कारण हो सकती है. लेकिन ये भी सच है कि हर इंसान यहां कर्म और नियति के चक्कर से बंधा है. इसलिए कर्मों का फल या कर्म दंड आज नहीं तो कल किसी न किसी रूप में व्यक्ति को भुगतना ही पड़ेगा. हालांकि अशुभ प्रभाव मिलने पर लोगों की परेशानियां यानी कि आपकी चिंता काफी अलग-अलग हो सकती हैं. ऐसे में अगर आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा है तो ज्योतिष के विद्वानों ने ऐसे कई उपाय बताए हैं जो आपको इस परेशानी से राहत के लिए आपनाने चाहिए।
यूं तो शादी में देरी होने की कई सारी वजहें होती हैं. वहीं कुछ लोग जानबूझकर करियर बनाने और चमकाने के नाम पर शादी को महत्व नहीं देते। परिवार की लाख कोशिश करने के बाद भी शादी पक्की नहीं हो पाती और होती भी है तो बिना किसी वजह से टूट जाती है. ऐसे में लोगों को समझ नहीं आता की शादी में आने वाले इन रोड़ों के पीछे की असल वजह क्या है. ऐसे में आपको बता दें कि शादी में हो रही देरी और अड़चन का प्रमुख कारण ग्रहों का प्रभाव और उनकी चाल होती है. अगर कुंडली में पितृ दोष, मांगलिक दोष और सप्तम भाव में ग्रहों की युति हो या फिर किसी के सप्तम भाव में सूर्य कमजोर हो तो भी शादी में देरी होने लगती हैं.
1.आप पानी में एक चुटकी हल्दी डाल कर नहाएं और इस दौरान भगवान से शादी में हो रही देरी को दूर करने की प्रार्थना करें.
2. 13 दिनों तक लगातार आप एक पीपल के पेड़ की जड़ में पानी चढ़ाएं.
3. मांगलिक दोष वाले जातकों को को मंगल चंदिका स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.
4. वहीं आप किसी अच्छे ज्योतिषी से परामर्श करके इसका समाधान पा सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए इनख़बर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है.)