भारत में ऐसे कई चमत्कारी मंदिर हैं, जिनकी मान्यताएं और रहस्य विज्ञान की समझ से बाहर हैं। कुछ मंदिरों में देवी-देवताओं को शराब का भोग
नई दिल्ली: भारत में ऐसे कई चमत्कारी मंदिर हैं, जिनकी मान्यताएं और रहस्य विज्ञान की समझ से बाहर हैं। कुछ मंदिरों में देवी-देवताओं को शराब का भोग चढ़ाया जाता है, जबकि कुछ जगहों पर सिर्फ दर्शन से ही लोगों की शराब की लत छूट जाती है। आज हम आपको ऐसे ही एक अनोखे मंदिर के बारे में बताएंगे, जो शराब की लत छुड़ाने के लिए प्रसिद्ध है।
आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के रायदुर्गम के उंटाकल्लू गांव में स्थित पांडुरंगा स्वामी मंदिर की खास मान्यता है कि यहां भगवान के दर्शन मात्र से लोगों की शराब पीने की आदत छूट जाती है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से यहां भगवान से प्रार्थना करता है, उसकी शराब की लत खत्म हो जाती है। अगर कोई व्यक्ति भगवान के सामने झूठी कसम खाता है, तो मान्यता है कि उसे भगवान 3 महीने के भीतर दंडित कर देते हैं।
पांडुरंगा स्वामी मंदिर में शराब की लत छुड़ाने का एक खास तरीका है – पांडुरंगा माला। जिन लोगों को शराब की आदत होती है, उन्हें इस मंदिर में भगवान के दर्शन के बाद यह माला पहनाई जाती है। यह माला पहनने से व्यक्ति धीरे-धीरे शराब की लत से छुटकारा पा लेता है।
पांडुरंगा माला पहनने के कुछ खास नियम होते हैं। यह माला हर महीने सिर्फ दो दिनों – शुक्ल एकादशी और कृष्ण एकादशी – को ही पहननी होती है। माला प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु को मंदिर में 100 रुपये का भुगतान करना होता है, और एकादशी से कुछ दिन पहले माला प्राप्त करने के लिए टोकन लेना पड़ता है।
माला पहनने वाले व्यक्ति को लगातार तीन एकादशी तिथियों पर मंदिर आकर भगवान के दर्शन करने होते हैं। यह माला पहनने से शराब की लत धीरे-धीरे कम होती जाती है और आखिरकार पूरी तरह छूट जाती है।
यह मंदिर केवल आंध्र प्रदेश के ही नहीं, बल्कि कर्नाटक, तमिलनाडु, और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। हर दिन यहां हजारों लोग भगवान पांडुरंगा स्वामी के दर्शन करने आते हैं, खासकर वे लोग जो शराब की लत छुड़ाना चाहते हैं। सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक यहां श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर सकते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण कर सकते हैं।
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