नई दिल्ली: जब हम किसी का कुछ बिगाड़ नहीं(Ancient Time Weird Curses) पाते तो उसे श्राप दे देते है। फिर चाहे उस पर श्राप का असर हो या ना हो। श्राप अपने क्रोध को जाहिर करने के लिए एक आसान तरीका बना हुआ है। बता दें कि युगों पहले जब धरती पर देवता विचरते थे […]
नई दिल्ली: जब हम किसी का कुछ बिगाड़ नहीं(Ancient Time Weird Curses) पाते तो उसे श्राप दे देते है। फिर चाहे उस पर श्राप का असर हो या ना हो। श्राप अपने क्रोध को जाहिर करने के लिए एक आसान तरीका बना हुआ है। बता दें कि युगों पहले जब धरती पर देवता विचरते थे उस समय से श्राप का चलन है। उस समय जब देवता श्राप देते थे तो वे श्राप हकीकत बन जाते थे। तभी से कुछ ऐसे श्राप थे, जो अजीब थे और आज ऐतिहासिक है। तो चलिए अब जानते हैं उन अजीबो गरीब श्राप के बारे में जिन्हे हम आज भी देख रहे हैं।
बता दें कि रानी द्रौपदी संग अंतरंग समय बिताने के लिए पांडवों(Ancient Time Weird Curses) ने एक गजब का तरीका खोज निकाला था, जिससे उन्हें एक दूसरे से उलझन न हो। ऐसा तय किया गया कि जब भी कोई भाई द्रौपदी के कमरे में दाखिल हो, तो वह दरवाजे पर ही अपनी जूतियां उतार दे, ताकि इससे बाकी लोगों को भी यह पता चल जाए कि द्रौपदी अकेली नहीं है. एक दिन एक भाई बाहर दरवाजे पर अपनी जूतियां उतारकर तो भीतर चला गया। लेकिन वहां से गुजर रहा एक कुत्ता खेल-खेल में वहां रखी जूतियां उठाकर ले गया।
ठीक उसी वक्त दूसरा पांडव भाई, जो द्रौपदी संग वक्त बिताना चाहता था। उसने देखा कि दरवाजे पर कोई जूती नहीं है, यह मान बैठा कि वह अकेली है। इस वजह से एक शर्मनाक स्थिति बन गई, जिसने द्रौपदी को नाराज कर दिया था। द्रौपदी को एहसास हुआ कि यह सब एक कुत्ते की वजह से हुआ है, जिसकी वजह से उसे बेहद शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है, उसके बाद द्रौपदी ने सभी कुत्तों(Ancient Time Weird Curses) को श्राप दिया कि वे भी उसी की तरह शर्म का सामना करेंगे जैसे द्रोपदी को करना पड़ा। तब से सम्भोग के बाद कुत्ते एक दूसरे से जुड़े रहते है।
य़ह भी पढ़े: Ancient Time Weird Curses: क्यों हुए रामायण और महाभारत, जानें वेद पुराणों में लिखी श्राप की कहानियां