नई दिल्ली: जब हम किसी का कुछ बिगाड़ नहीं पाते तो उसे श्राप(Ancient Time Weird Curses) दे देते है। फिर चाहे उस पर श्राप का असर हो या ना हो। श्राप अपने क्रोध को जाहिर करने के लिए एक आसान तरीका बना हुआ है। बता दें कि युगों पहले जब धरती पर देवता विचरते थे उस समय से श्राप का चलन है। उस समय जब देवता श्राप देते थे तो वे श्राप हकीकत बन जाते थे। तभी से कुछ ऐसे श्राप थे, जो अजीब थे और आज ऐतिहासिक है। तो चलिए अब जानते हैं उन अजीबो गरीब श्राप के बारे में जिन्हे हम आज भी देख रहे हैं।
गौरतलब है कि एक बार ऋषि भृगु भगवान शिव से मिलने के उद्देश्य से कैलाश पर्वत पर गए। वहां उन्होंने शिव के घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया। इसका कारण यह था कि शिव पार्वती के साथ संभोग कर रहे थे और इसी वजह से वो दरवाजा नहीं खोल पाए। उस दौरान बाबा भृगु की बेचैनी बढ़ती गई और वे दरवाजे को जोर जोर से पीटने लगे।
कुछ समय बाद जब शिव ने दरवाजा खोला तो पार्वती भी उनके साथ ही खड़ीं थीं। इस बात पर बाबा भृगु को और गुस्सा आ गया कि शिव उन जैसे एक महान ऋषि का स्वागत करने की बजाए संभोग को प्राथमिकता दे रहे थे। इसी बात पर उन्होंने शिव को श्राप दिया कि कोई भी शिव को असली रूप में नहीं पूजेगा। शिव की हमेशा लिंग के तौर पर ही पूजा की जाएगी।
पांडवों को नहीं मालूम था कि कर्ण उन्हीं का सगा भाई था पर जब अर्जुन ने कर्ण को मार दिया तो कुंती ने पांडवों के सामने कर्ण के माता-पिता का रहस्य उजागर किया। बता दें कि युद्धिष्ठिर, जिनके बारे में माना जाता है कि वो सदा सच बोलते थे। यह सच्चाई सुनकर आगबबूला हो गए और पूरी औरत जात को यह श्राप दे बैठे कि भविष्य में कोई भी औरत किसी भी रहस्य को पचा पाने में कामयाब नहीं हो पाएगी। तब से देखा गया है कि चुगली करने में या बातो को बढ़ा चढ़ाकर(Ancient Time Weird Curses) बताने में ज्यादातर संख्या महिलाओं की है।
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