Anant Chaturdashi 2018 Date Time : भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है. इस बार यह अनंत चतुर्दशी 23 सितंबर की है. इस दिन ही गणेश विसर्जन भी होता है जिस वजह से इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है. जानिए अनंत चतुर्दशी का महत्व, पूजा, पाठ, तिथि आदि.
नई दिल्ली. Anant Chaturdashi 2018: भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन का खास महत्व होता है. इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इस व्रत को सभी मनोकामना पूरी करने वाला व्रत भी कहा जाता है. अनंत चतुर्दशी को अनंत चौदस का व्रत भी पुकारा जाता है. दरअसल भगवान विष्णु का दूसरा नाम अनंत भी है. इस दिन महिलाएं सारा दिन व्रत रखती हैं. इस बार यह अनंत चतुर्दशी 23 सितंबर की है.
अनंत चतुर्दशी का महत्व
कहा जाता है कि इस दिन पूजा करने के बाद श्रद्धालु बाजू पर अनंत सूत्र बांधते हैं और सूत्र का अति महत्व होता है. मान्यता के अनुसार इस सूत्र की 14 गांठे बांधनी होती हैं. इन गांठें हरि द्वारा उत्पन्न 14 लोकों चौदह लोगों तल, अतल, सुतल, तलातल, रसातल, पाताल, भू, भुव आदि की रचना की उत्पति को दर्शाता है. इस व्रत को अति शक्तिशाली माना जाता है. कहा जाता है अगर कोई भी भक्त सच्चे दिल से इस व्रत को 14 सालों तक करें तो उसे विष्णु लोक की प्राप्ति होती है.
अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है गणेश विसर्जन
अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु भगवान की पूजा तो की जाती है. लेकिन इस दिन गणेश विसर्जन भी होता है. जिसे देशभर में खूब धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन का महत्व गणेश विसर्जन की वजह से और भी बढ़ जाता है. इस बार गणेश चतुर्थी 13 सितंबर की थी. गणेश उत्सव 10 दिनों तक चलता है और इस बार गणेश विसर्जन 23 सितंबर का है. बप्पा को विदा करते हुए भक्तों के आंखों में आंसू जरूर होते हैं लेकिन वह अगले बरस फिर लौटेंगे इस बात की आस भी.
Anant Chaturdashi 2018 Date Time : अनंत चतुर्दशी 2018 शुभ मुहूर्त:
Anant Chaturdashi 2018 :अनंत चतुर्दशी पूजा मुहूर्त : 23 सितंबर सुबह 06:09:42 बजे से 24 सितंबर 07:19:37 बजे तक रहेगी
शुभ मुहूर्त की अवधि : 25 घंटे 9 मिनट
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