नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी की वजह से दो साल से बंद पड़ी वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए 1 अप्रैल से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे. दो साल बाद अमरनाथ यात्रा एक बार फिर शुरू होने जा रही है. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण इस यात्रा को पिछले 2 साल से स्थगित किया गया था. […]
नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी की वजह से दो साल से बंद पड़ी वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए 1 अप्रैल से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे. दो साल बाद अमरनाथ यात्रा एक बार फिर शुरू होने जा रही है. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण इस यात्रा को पिछले 2 साल से स्थगित किया गया था.
बता दें कि अमरनाथ की यात्रा 30 जून 2022 से आरंभ होगी जो कि 43 दिनों तक चलेगी और इस यात्रा का समापन 11 अगस्त 2022 को होगा. श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (Shri Amarnathji Shrine Board) ने हाल ही में हेलीकॉप्टर से जाने वाले यात्रियों को छोड़कर 10,000 दैनिक तीर्थयात्री की सीमा तय की है. यात्रियों को इस यात्रा के रजिस्ट्रेशन लिए एप्लिकेशन फॉर्म, हेल्थ सर्टिफिकेट और चार पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत पड़ेगी.
ख़बरों के अनुसार, इच्छुक यात्री को https://jksasb.nic.in/register.aspx पर जाकर आवेदन फॉर्म जमा करना होगा. यात्री अपने लिए रूट का चुनाव भी कर सकते हैं. यात्रियों से फॉर्म भरते हुए उनसे जन्म तिथि, एमर्जेंसी कांटैक्ट नंबर, फोटो तथा दस्तावेजों की फोटो अपलोड करें. 13 साल से कम और 75 साल से ज्यादा उम्र के लोग इस यात्रा पर नहीं जा सकते है. इसके. अलावा अगर कोई महिला 6 सप्ताह या इससे ज्यादा दिनों से प्रेग्नेंट है तो वे भी इस यात्रा के लिए आवेदन नहीं कर सकती.
जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में श्री अमरनाथ गुफा हैं. ऐसी मान्यता है कि वहां पर भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर होने की रहस्यकथा सुनाई थी, जिसे वहां गुफा में मौजूद दो कबूतरों ने सुन लिया था. बर्फ से ढकी इस पहाड़ी की चोटी पर बनी एक गुफा में प्रत्येक साल प्राकृतिक रूप से शिवलिंग बनता है और इसके दर्शनों के लिए लाखों लोग वहां पहुंचते रहे हैं.