Adhik Mass Purnima 2020: इस दिन होगी अधिक मास पूर्णिमा, जानें व्रत के नियम

Adhik Mass Purnima 2020: अधिक मास पूर्णिमा इस वर्ष 1 अक्टूबर 2020 को पड़ रही है, मान्यता है कि अधिक मास पूर्णिमा व्रत करने से जीवन के सभी पापों का अंत होता है. हालांकि अधिक मास पूर्णिमा का व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है. अगर व्रत रखने वाले इन नियमों का पालन करत हैं तो उन्हें पुण्य फल की प्राप्ति होती है.

Advertisement
Adhik Mass Purnima 2020: इस दिन होगी अधिक मास पूर्णिमा, जानें व्रत के नियम

Aanchal Pandey

  • September 23, 2020 5:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 years ago

Adhik Mass Purnima 2020: हिंदू धर्मशास्त्रों में अधिक मास पूर्णिमा का महत्वपूर्ण स्थान है. अधिक मास पूर्णिमा इस वर्ष 1 अक्टूबर 2020 को पड़ रही है. मान्यता है कि अधिक मास पूर्णिमा का व्रत रखने पर व्यक्ति के सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है. हालांकि अधिक मास पूर्णिमा पर व्रत रखने वाले लोगों के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक हो जाता है. इस आर्टिकल में हम आपको अधिक मास पूर्णिमा के जरूरी व्रत नियमों के बारे में बताएंगे.

बता दें कि अधिक मास पूर्णिमा व्रत करने से जीवन के सभी पापों का अंत होता है और साथ ही भगवान सत्यनारायण का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. व्रत रखने वाले जातकों के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है. नियम पूर्वक व्रत रखने पर व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. साथ ही जीवन में खुशियों का संचार होता है.

जानें अधिक मास पूर्णिमा व्रत के नियम

अधिक मास की पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की पूजा अर्चना की जाती है.

इस दिन पूजा से पहले किसी पवित्र नदी में स्नान अवश्य करें. यदि आप ऐसा नहीं कर सकते तो अपने नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान अवश्य करें.

अधिक मास पूर्णिमा पर व्रत से पहले भगवान सत्यनारायण के सामने हाथ में फूल, अक्षत और गंगाजल लेकर व्रत का संकल्प अवश्य करें.

आपको इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा विधिवत करके उनकी कथा अवश्य सुननी चाहिए.

अधिक मास पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण को पंजीरी का भोग अवश्य लगाएं और शाम को इसी से ही अपने व्रत का पारण करें.

यदि आप अधिक मास पूर्णिमा का व्रत कर रहे हैं तो आपने सामर्थ्य के अनुसार किसी निर्धन व्यक्ति या ब्राह्मण को दान अवश्य दें.

अगर आप अधिक मास पूर्णिमा का व्रत कर रहे हैं तो आपको इस दिन न तो झूठ बोलना चाहिए और न ही किसी की निंदा करनी चाहिए.

अधिक मास पूर्णिमा पर आपको पशु और पक्षियों की सेवा भी अवश्य करनी चाहिए.

आपको इस दिन अपने पितरों के नाम से भी दान अवश्य करना चाहिए. ऐसा करने से आपको न केवल अपने पितरों का बल्कि भगवान सत्यनारायण का भी आशीर्वाद मिलेगा.

अगर आप अधिक मास पूर्णिमा का व्रत कर रहे हैं. तो आपको इस दिन भूलकर भी अपने घर में कलह बिल्कुल नहीं करनी चाहिए.

Chhath Puja 2020: इस दिन होगी नहाय खाय की पूजा 2020, जानें शुभ मुहूर्त, विधि और महत्व

Kanakdhara Mantra: कर्ज से छुटकारा पाने के लिए करें इस मंत्र का जाप, जीवन में आएगी खुशी

Tags

Advertisement