नई दिल्ली: आचार्य चाणक्य को सिर्फ किताबी विषयों का ही नहीं, बल्कि जीवन की अच्छी और बुरी स्थितियों का भी अनुभव था. उन्होंने जीवन के सभी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला है, और चाणक्य ने लोगों के कल्याण के लिए चाणक्य नीति लिखी, जिसमें वे राजनीति, युद्ध और लोगों के साथ समानता बनाए रखने […]
नई दिल्ली: आचार्य चाणक्य को सिर्फ किताबी विषयों का ही नहीं, बल्कि जीवन की अच्छी और बुरी स्थितियों का भी अनुभव था. उन्होंने जीवन के सभी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला है, और चाणक्य ने लोगों के कल्याण के लिए चाणक्य नीति लिखी, जिसमें वे राजनीति, युद्ध और लोगों के साथ समानता बनाए रखने की सलाह दिया है. उन्होंने अपने नीति शास्त्र में मानव जीवन के कई पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया है, और चाणक्य की राजनीति आज भी प्रासंगिक है. आचार्य चाणक्य ने भी अपनी पुस्तिकाओं में आभासी व्यक्ति के बारे में बहुत कुछ बताया है, और उनके अनुसार व्यक्ति के कुछ ऐसे गुण होते हैं जो उसे सफल बनाते हैं और देवी लक्ष्मी भी ऐसे लोगों से प्रसन्न रहती हैं. तो आइए जानते हैं इसके बारे में…
आचार्य चाणक्य के मुताबिक जिस घर में अन्न का हमेशा सम्मान होता है वहां किसी भी चीज की कमी नहीं होती है. देवी लक्ष्मी की कृपा से ऐसे घरों की दुकानें हमेशा व्यस्त रहती हैं, और जिस घर में अन्न का अनादर होता है या अन्न की बर्बादी होती है वहां मां लक्ष्मी और अन्नपूर्णा कभी निवास नहीं करतीं है. साथ ही मान लीजिए कि आपको हमेशा जानकार लोगों के साथ समय बिताना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए. हालांकि आचार्य चाणक्य भी कहते हैं कि जिन घरों में विद्वान व्यक्तियों का सम्मान होता है, वहां माता लक्ष्मी स्वयं आती हैं ,और सक्षम लोग आपको सही दिशा में मार्गदर्शन करेंगे, और आप अपनी मूर्खता के कारण परेशानी में पड़ सकते हैं.
जिस घर में पति-पत्नी प्रेम पूर्वक रहते हैं और एक-दूसरे का सम्मान करते हैं. ऐसे घरों में सदैव शांति का वातावरण रहता है और मां लक्ष्मी खुद वहां पधारती हैं. बता दें कि जिन घरों में एक-दूसरे का सम्मान नहीं किया जाता है, वहां पति-पत्नी बात-बात पर झगड़ते रहते हैं और वहां दरिद्रता का भी वास होता है. इसलिए घर में सदैव शांति का वातावरण रखना चाहिए.