नई दिल्ली : पंचांग के अनुसार वसंत पंचमी हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. ये त्योहार मुख्य रूप से ज्ञान, विद्या, संगीत और कला की देवी माँ सरस्वती को समर्पित है. बता दें कि इस दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था, और मान्यता है कि वसंत […]
नई दिल्ली : पंचांग के अनुसार वसंत पंचमी हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. ये त्योहार मुख्य रूप से ज्ञान, विद्या, संगीत और कला की देवी माँ सरस्वती को समर्पित है. बता दें कि इस दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था, और मान्यता है कि वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती सफेद कमल के फूल पर बैठकर हाथों में पुस्तक, विणा और माला लिए प्रकट हुई थीं, इसलिए इस दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है. साथ ही वसंत पंचमी वसंत ऋतु की शुरुआत का भी प्रतीक है, और शास्त्रों के अनुसार वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा से देवी लक्ष्मी और मां काली भी प्रसन्न होती हैं. बता दें कि इस दिन कुछ खास चीजों की खरीदारी बहुत अच्छी मानी जाती है, तो आइए जानते हैं इसके बारे में…
वसंत पंचमी का पर्व मां सरस्वती को समर्पित होती है, और ऐसे में इस दिन सरस्वती जी की मूर्ति या चित्र खरीदकर घर ले आएं और फिर विधि-विधान के साथ पूजा और अर्चना करें. साथ ही ये मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति की एकाग्रता और भी बढ़ती है.
मां सरस्वती को संगीत की भी देवी कही जाती हैं,और ऐसे में संगीत में रुचि रखने वाले लोगों को वसंत पंचमी के दिन बासुरी और फिर कोई वाद्य यंत्र घर लाना चाहिए. साथ ही ऐसा करने से मां सरस्वती बहुत प्रसन्न होंगी.
वसंत पंचमी के दिन कामदेव और उनकी पत्नी रति की भी पूजा अर्चना की जाती है, और मान्यता है कि इस दिन कामदेव और रति स्वर्ग से पृथ्वी पर आते हैं, इसलिए इस दिन विवाह से जुड़ी खरीदारी के लिए ये दिन बहुत शुभ माना जाता है. बता दें कि वसंत पंचमी के दिन आप शादी का जोड़ा, गहने और अन्य सामान खरीद सकते है.
इस दिन घर में मोरपंखी का पौधा भी घर लाना बहुत शुभ माना जाता है, और इस पौधे को घर लाकर पूर्व दिशा में लगाएं. हालांकि कहा जाता है कि इस पौधे को लगाने से घर के बच्चों पर माता सरस्वती की कृपा बनी रहती है.