कार्तिक पूर्णिमा 2017: कार्तिक माह में स्नान और दान का महत्व
हिंदू धर्म में कार्तिक माह का खास महत्व होता है. इस माह को सबसे पवित्र महीना माना जाता है. हिंदू धर्म में कार्तिक माह, कार्तिक व्रत, कार्तिक पूजा, कार्तिक स्नान का खास महत्व होता है. इस माह को हिंदू परंपरा के अनुसार बेहद पवित्र महीना भी माना जाता है.
October 31, 2017 8:44 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली. हिंदू धर्म में कार्तिक माह का खास महत्व होता है. इस माह को सबसे पवित्र महीना माना जाता है. हिंदू धर्म में कार्तिक माह, कार्तिक व्रत, कार्तिक पूजा, कार्तिक स्नान का खास महत्व होता है. इस माह को हिंदू परंपरा के अनुसार बेहद पवित्र महीना भी माना जाता है. बता दें ये महीना शरद पूर्णिमा से शुरू होता है और कार्तिक पूर्णिमा तक चलता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने पहला अवतार लिया था. इस वर्ष कार्तिक स्नान 4 नवंबर को है. इस दिन लोग पूजा पूरे विधि विधान से की जाती है. श्रद्धालुओं के बीच मान्यता है कि ऐसा करने पाप धुल जाते हैं.
कार्तिक स्नान का महत्व
कार्तिक मास में दान और स्नान का सर्वाधिक महत्व होता है. इस महीने महिलाएं सूर्योदय के पश्चात स्नान करने के बाद कीर्तन, दीपदान और तुलसी पूजा करती हैं. कहा जाता है कि कार्तिक महीने में स्नान करने का धार्मिक और शरीरिक महत्व होता है. इस माह में रोज पवित्र नदी, तालाब, कुंआ या घाट पर स्नान किया जाता है. ये स्नान पूरे माह चलता है और पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान कर पूरे महीने की पूजा का समापन होता है. धर्म शास्त्रों के अनुसार कलियुग में कार्तिक माह में किए गए स्नान से मोक्ष प्राप्ति मिलती है.
कार्तिक माह में दान
कार्तिक माह में दान का विशेष महत्व होता है. इस माह में गरीबों, दुर्लभों और ब्रह्राणों को दान किया जाता है. इस महीने में तुलसी दान, अन्न दान, अनाज दान, और आंवले दान का महत्व होता है. माह भगवान विष्णु और कृष्ण की पूजा-अर्चना की जाती है.