नई दिल्ली : 29 अक्टूबर यानी की आज अक्षय नवमी 2017 मनाई जा रही है, बता दें कि इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसी दिन से ऐसा कहा जाता है कि द्वापर युग की शुरुआत हुई थी. आज हम आपको अक्षय नवमी 2017 शुभ मुहूर्त के बारे में बताएंगे. अक्षय नवमी 2017 उत्तर और मध्य भारत में बड़े पैमाने पर मनाई जाती है. इस तीथि के पीछे एक मान्यता ये भी है कि इसी दिन द्वापर युग की शुरुआत हुई थी, इसे धात्री नवमी के नाम से भी जाना जाता है.नवमीं तिथि 28 अक्टूबर शाम 4:51 बजे लग जाएगी, जो अगले दिन यानी 29 अक्टूबर को 6:20 बजे तक रहेगी. बता दें कि अक्षय नवमी 2017 का शुभ मुहूर्त इस साल 5 घंटे 29 मिनट का है, जो सुबह 6:34 से शुरू होकर 12: 04 तक रहेगा.
अक्षय नवमी 2017 पर कैसे की जाती है पूजा
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि अक्षय नवमी 2017 के दिन पूजा करने का क्या विधान है तो आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि अक्षय, पुष्प, चंदन आदि से आंवले के पेड़ की पूजा कर चारों ओर कच्चा धागा बांधें और कम से कम सात बार परिक्रमा करें. इस दौरान भगवान विष्णु का ध्यान जरूर करें.
आंवले के पेड़ की पूजा करने के बाद उसके नीचे भोजन करने का भी महत्व है. ऐसा माना जाता है कि अक्षय नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा करने से घर-परिवार में सुख-संपत्ति का वास होता है. सिर्फ इतना ही नहीं, महिलाएं उत्तम संतान सुख की प्राप्ति के लिए भी आंवला नवमी के दिन पूजा और व्रत करती हैं. बता दें कि अक्षय नवमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण वृंदावन की गलियां छोड़ मथुरा प्रस्थान कर गए थे. यही वो दिन था जब भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी बाल लीलाओं का त्याग कर कर्तव्य के पथ पर कदम रखा था.अक्षय नवमी के दिन कुष्माण्ड का दान करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है.