छठ महापर्व के बारे में जानना है तो ये खूबसूरत वीडियो देख लो, छठी मैया की महिमा का पता चल जाएगा

नई दिल्ली. बिहार-पूर्वांचल के लोग परदेस रहें या फिर विदेश, छठ ऐसा पर्व है जो उन्हें घर किसी तरह खींच कर ले ही आता है. जब दिवाली के बाद देश में त्योहारों का सीजन समाप्त होता है, तो बिहार-यूपी और झारखंड के लोगों के लिए असली त्योहार का समय शुरू होता है और वह त्योहार […]

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छठ महापर्व के बारे में जानना है तो ये खूबसूरत वीडियो देख लो, छठी मैया की महिमा का पता चल जाएगा

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  • October 21, 2017 9:24 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली. बिहार-पूर्वांचल के लोग परदेस रहें या फिर विदेश, छठ ऐसा पर्व है जो उन्हें घर किसी तरह खींच कर ले ही आता है. जब दिवाली के बाद देश में त्योहारों का सीजन समाप्त होता है, तो बिहार-यूपी और झारखंड के लोगों के लिए असली त्योहार का समय शुरू होता है और वह त्योहार होता है छठ व्रत. हालांकि, छठ को त्योहार कम और लोक आस्था का महापर्व ज्यादा कहा जाता है. बिहार में छठ पर्व में लोगों की आस्था इतनी ज्यादा है कि चाहे कैसी भी विषम परिस्थिति क्यों न हो जाए, मगर छठी मईया की महिमा ही ऐसी होती है कि लोग छठ मनाने से नहीं चूकते हैं. छठ पूजा की महत्ता को अगर आप समझना चाहते हैं तो आपको सबसे ये वीडियो देखना पड़ेगा. 
 
इस वीडियो में बिहार से बाहर रहने वाले नवदंपति की परिस्थिति और छठ पूजा को लेकर अहमियत को समझाने की कोशिश की गई है. दरअसल, ये वीडियो छठ पूजा की महत्ता को लेकर बना है, जिसका ये दूसरा पार्ट है. इस पार्ट में नव विवाहित महिला जो पंजाब या हरियाणा की होती है, मगर उसका ससुराल बिहार होता है. वो गर्भवति होती है. उसकी सास अपने बेटे को फोन करती है कि इस बार छठ पूजा कैसे होगा. मगर बहू चाहती है कि जिस तरह से पिछली बार उसने छठ पूजा की परंपरा को टूटने से बचाया था, उसे बचा लिया जाए, मगर गर्भवती होने की वजह से डॉक्टर उसे फास्ट करने से मना कर देते हैं. 
 
अब बिहारी बेटे पर दारोमदार हो जाता है कि कैसे अपने परिवार और छठ पूजा की परंपरा को बाहर रहते हुए भी बचाया जाए. वो अपनी पत्नी से भी नहीं कह सकता कि वो इस व्रत को कर ले. अंत में वो खुद ठान लेता है कि पूजा वो खुद करेगा. छठ पूजा को मनाने में लड़की के घर वाले जो गर्भावस्था के दौरान उसकी देखभाल करने के लिए उसके घर आए होते हैं, लड़के की मदद करते हैं. कुल मिलाकर एक पंजाबी परिवार अपनी बेटी की ससुराल यानी बिहार की छठ मनाने की परंपरा भरपूर योगदान करते हैं. 
 
इस वीडियो में छठ पूजा के महत्व को जिस तरह से दिखाया गया है, वो काफी महत्वपूर्ण है. छठ पूजा की सारी विधि से इस व्रत को किया जाता है. इस व्रत में बाहर के पड़ोसी भी साथ आते हैं और कुल मिलाकर अच्छे से ये पूजा समाप्त होती है और इस तरह से छठ पूजा की परंपरा को टूटने से बचा लिया जाता है. बता दें कि ये वीडियो नियो बिहार के बैनर तले चंपारण टॉकिज ने बनाया है. इस वीडियो में जो गीत हैं, उसे अल्का यागनिक और भरत व्यास ने अपनी आवाज दी है. साथ ही इससे पहले वाले पार्ट में मुख्य किरदार में यही दोनों एक्टर हैं, मगर उस वीडियो में आवाज शारदा सिन्हा ने दिया है.
 
 

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