नई दिल्ली. दिवाली के बाद लोक आस्था का पर्व छठ का समय आता है. छठ पूजा को लोक आस्था का सबसे बड़ा पर्व कहा जाता है. इस छठ महापर्व को दिवाली के बाद चार दिनों तक मनया जाता है. इस बार छठ पर्व 24 तारीख से 27 तारीख तक मनाया जाएगा. छठ भगवान सूर्य की उपासना का पर्व है. ऐसा विश्वास है कि छठ पूजा करने वाले को सुख-समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है और व्रती की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. छठ पूजा को मन्नतों का पर्व भी कहा जाता है. इस दौरान महिलाएं नदी या तालाब में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देती हैं. ऐसी मान्यता है कि जब पांडव जुए में अपना सारा राज-पाट हार गए तब द्रौपदी ने छठ का व्रत किया. तब से मान्यता है कि व्रत व पूजा करने से दौपद्री की मनोकामना पूरे हो गयी थी. तभी से इस व्रत को करने प्रथा चली आ रही है. छठ पर्व में फलों और कई तरह के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है.
ये त्योहार 4 चरणों में मनाया जाता है. छठ पर्व का पहला चरण है नहाय खाय- कार्तिक शुक्ल की चतुर्थी को नहाय-खाय होता है. इस दिन पूरे घर की साफ सफाई कर छठवर्ती स्नान करते हैं और खाने में अरवा चावल, चने की दाल और कद्दू ग्रहण करते हैं. दूसरे चरण कहलाता है खरना. इस दिन व्रत के बाद रात को भोजन करता है. तीसरा चरण होता है खरना. इस दिन छठी मैया को चढ़ाने वाला भोग तैयार किया जाता है. इस दौरान छठी मैया के गीत गाए जाते हैं. छठ का प्रसाद बनाने के दौरान कई सावधानियां बरतनी होती है.
छठ में इन फलों को चढ़ाएं
छठ के प्रसाद में कई तरह के व्यंजन बनाएं जाते हैं. साथ ही छठ मैया को बहुत से फल भी चढ़ाएं जाते हैं. इस दिन केला, पानी वाला नारियल, गन्ना, डाब नींबू, आदि फलों को मुख्य तौर पर चढ़ाया जाता है. इन फलों को चढ़ाने का मुख्य कारण ये होता है कि छठ मैया को अर्पित किये गए प्रसाद को जितने ज्यादा लोगों में बांटा जाता है उतना ही ये ये व्रत सफल होता है. कहा जाता है कि छठ मैया को गन्ना और डाब नींबू बेहद प्रिय है.
छठ पूजा 2017 कैलेंडर
छठ पूजा के पहले दिन नहाय खाय पूजा मुहूर्त और तारीख- 24 अक्टूबर 2017, सुबह 7 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक
छठ पूजा के दूसरे दिन खरना लोहंडा मुहूर्त और तारीख- 25 अक्टूबर 2017, सूर्योदय 6.28 मिनट, सूर्य अस्त- 5.42 मिनट
छठ पूजा के तीसरे दिन सांझ या शाम का अर्घ्य मुहूर्त और तारीख- 26 अक्टूबर 2017, सूर्योदय 6.29 मिनट, सूर्य अस्त- 5.41 मिनट
छठ पूजा के चौथे दिन भोर या ऊषा, सुबह का अर्घ्य मुहूर्त और तारीख- 27 अक्टूबर 2017, सूर्योदय 6.29 मिनट, सूर्य अस्त- 5.40 मिनट
छोटी दिवाली 2017 : नरक चतुर्दशी का महत्व, पूजा विधि, और शुभ मुहूर्त के अनुसार करें पूजा-अर्चना