महापर्व छठ पूजा 2017: बिहार में इन जगहों पर खूब लोकप्रिय है छठ का त्योहार

यूं तो छठ महापर्व पूरे बिहार में पूरे धूमधाम से मनाया जाता है. छठ को लेकर बिहार के लोगों में अलग ही उत्साह होता है. इस बार छठ पूजा 2017, 27 अक्टूबर की है. चार दिन का तक चलने वाले ये पर्व 24 तारीख से शुरू होगा.

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महापर्व छठ पूजा 2017: बिहार में इन जगहों पर खूब लोकप्रिय है छठ का त्योहार

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  • October 10, 2017 2:23 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
पटना. यूं तो छठ महापर्व पूरे बिहार में पूरे धूमधाम से मनाया जाता है. छठ को लेकर बिहार के लोगों में अलग ही उत्साह होता है. इस बार छठ पूजा 2017, 27 अक्टूबर की है. चार दिन का तक चलने वाले ये पर्व 24 तारीख से शुरू होगा. 24 तारीख को नहाय खाय है. 25 तारीख को खरना 26 तारीख को सांझ का अर्ध्य और 27 तारीख को भोर का अर्ध्य के साथ ये त्योहार संपन्न होगा. छठ भगवान सूर्य की उपासना का पर्व है. छठ का व्रत करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस त्योहर को बिहार के साथ पूर्वोत्तर राज्य में भी खूब धूमधाम से मनाया जाता है. बिहार में छठ मैया की पूजा का माहौल ही कुछ अलग होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि  बिहार में ऐसे फेमस या कहे बेस्ट जगहों के बारे में जहां की छठ पूजा का हर कोई दिवाना है. बिहार में इन 4 जगहों पर छठ पूजन में देश के अन्य हिस्सों के लोग भी पहुंचते हैं.
 
1. कालीघाट, पटना
बिहार की पटना राजधानी पटना में कई जगह छठ पूजा की रौनक देखने को मिलती है. लेकिन पटना शहर के कालीघाट पर छठ पूजा में 1.5 मिलियन भक्त छठ मैया के दर्शन करने पहुंचते हैं. इस घाट में श्रद्धालु छठ भगवान सूर्य की उपासना करते हैं. 
 
2. देओ, औरंगाबाद 
देओ में भगवान सूर्य देव का प्रसिद्ध मंदिर है. छठ पूजा के दौरान लोग इकट्ठा होते हैं. और तीन दिन तक यहां छठ का त्योहार मनाते हैं.
 
3. मुंगेर कष्टहरणी घाट
कष्टहरणी घाट का उल्लेख वाल्मीकि की रामयण में भी मिलता है. कहा जाता है कि जब भगवान राम सीता के साथ विवाह करके मिथिला से अयोध्या वापस लौट रहे थे तब उनके बहुत से साथी इस कष्टहरणी घाट पर स्नान करने के लिए रुके थे. इस घाट पर छठ पूजन का उत्सव जोर शोर से मनाया जाता है.
 
4.कौन हारा घाट, हाजीपुर
इस घाट का नाम एक पुरानी कहानी के अनुसार पड़ा. जिसके अनुसार कहा जाता है कि जब गज (हाथी) और ग्राह (मगरमच्छ) के बीच एक लड़ाई हुई जिसमें अपने भक्त गजराज को बचाने के लिए भगवान विष्णु को मध्यस्थता करनी पड़ी. इस सांस्कृतिक कहानी के नाम पर ही इसका नाम रखा कि कौन हारा. इस स्थान का पारंमपरिक और सांस्कृतिक बहुत महत्व है. इस घाट पर छठ का त्योहार खूब धूमधाम से मनाया जाता है.
 
छठ पूजा 2017 कैलेंडर
पहला दिन नहाय खाय पूजा मुहूर्त और तारीख- 24 अक्टूबर 2017, सुबह 7 बजे से दोपहर  2.30 बजे तक
दूसरा दिन खरना लोहंडा मुहूर्त और तारीख- 25 अक्टूबर 2017, सूर्योदय 6.28 मिनट, सूर्य अस्त- 5.42 मिनट
तीसरा दिन सांझ या शाम का अर्घ्य मुहूर्त और तारीख- 26 अक्टूबर 2017, सूर्योदय 6.29 मिनट, सूर्य अस्त- 5.41 मिनट
चौथा दिन भोर या ऊषा, सुबह का अर्घ्य मुहूर्त और तारीख- 27 अक्टूबर 2017, सूर्योदय 6.29 मिनट, सूर्य अस्त- 5.40 मिनट
 
 

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