दशहरा 2017 : क्या आप जानते हैं विजयादशमी से जुड़े ये 10 तथ्य ?

आपको बता दें कि रावण ने भगवान शिव की कठिन तपस्या करके रावण को अमर रहने का वरदान मिला था. लेकिन वरदान मिलने के बाद रावण घमंडी ने उसे राक्षस बना दिया था. आज हम आपको इस खास पर्व पर अपनी खबर के माध्यम से कुछ ऐसे तथ्य बताएं जिनसे आप अब तक अंजान हैं. भगवान राम ने रावण का वध किया था जिसके बाद से हर साल इस दशहरे का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.

Advertisement
दशहरा 2017 : क्या आप जानते हैं विजयादशमी से जुड़े ये 10 तथ्य ?

Admin

  • September 30, 2017 8:18 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली : बुराई पर अच्छाई का प्रतीक दशहरा हर साल पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. दशहरा के दिन ही भगवान राम ने रावण का वध किया था इसलिए इस दिन ‘रावण दहन’ भी किया जाता है. रावण एक ज्ञानी ब्राह्मण था उस वक्त उसकी तुलना कोई नहीं कर सकता था. लेकिन क्या आपको पता है रावण ने लक्ष्मण को ज्ञान से जुड़ी तीन अहम बातें बताईं थी. आज इस दशहरा के अवसर पर हम आपको रावण से जुड़ी तीन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका पालन आप अपनी जिंदगी में भी कर सकते हैं.
 
आपको बता दें कि रावण ने भगवान शिव की कठिन तपस्या करके रावण को अमर रहने का वरदान मिला था. लेकिन वरदान मिलने के बाद रावण घमंडी ने उसे राक्षस बना दिया था. आज हम आपको इस खास पर्व पर अपनी खबर के माध्यम से कुछ ऐसे तथ्य बताएं जिनसे आप अब तक अंजान हैं. भगवान राम ने रावण का वध किया था जिसके बाद से हर साल इस दशहरे का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.
 
1) दशहरा एक संस्कृत शब्द है जो दशा और हारा से बना है, इसका अर्थ होता है सूर्य की हार. आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा कहा जाता है अगर राम जी ने रावण का वध नहीं किया होता तो सूर्य हमेशा के लिए अस्त हो जाता. 
 
2) क्या आप जानते हैं कि दशहरे को विजयादशमी के नाम से क्यों जाना जाता है, अगर नहीं तो बता दें कि इसका अर्थ होता है दसवें दिन का विजय. इसके पीछे का एक महत्व ये भी है कि मां दुर्गा ने दसवें दिन महिषासुर राक्षस का वध किया था.
 
3) कौन था महिषासुर,महिषासुर असुरों का राजा था, वह लोगों पर आत्याचार करता था. लोगों को इन अत्‍याचारों से मुक्त कराने के लिए भगवान ब्रह्मा, विष्‍णु और महेश ने शक्‍त‍ि का निर्माण किया था. आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि 10 दिनों तक महिषासुर और शक्‍ति के बीच युद्ध हुआ और आखिरकार मां ने 10वें दिन विजय हासिल कर ली.
 
4) ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि में मां अपने मायके आती हैं और दसवें दिन उनकी विदाई होती है. 
 
केवल दशहरा के दिन खुलता है दशानन मंदिर, होती है रावण की पूजा  
 
5) राम जी ने रावण के दसों सिर का वध किया था, जिसे प्रतिकात्‍मक रूप से अपने अंदर की 10 बुराईयों को खत्म करने से जोड़कर देखा जाता है. पाप, काम, क्रोध, मोह, लोभ, घमंड, स्‍वार्थ, जलन, अहंकार, अमानवता और अन्‍याय वो दस बुराईयां हैं.
 
6) कब मनाया गया पहली बार दशहरा और कहां, अगर आप भी ये बात जानने के लिए उत्सुक हैं तो बता दें कि पहली बार दशहरा मैसूर के राजा के राज में 17वीं शताब्दी में मनाई गई थी.
 
Dussehra 2017: दशहरे पर शमी वृक्ष की पूजा और नीलकंठ पक्षी के दर्शन का ये है महत्व
 
7) आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि इस त्योहार को केवल भारत में ही नहीं बल्कि बांग्लादेश और नेपाल में भी मनाया जाता है. 
 
8) इस त्योहार को मौसम बदलने से भी जोड़कर देखा जाता है, इस दिन के बाद से सर्दियों की शुरुआत होती है. बता दें कि यह खरीफ की खेती का मौसम होता है.
 
जब माता सीता को राम के पास बैठाकर रावण ने दिया था विजय का आशीर्वाद और कहा…
 
9) क्या आप जानते हैं कि रावण को हराने के लिए राम जी ने मां दुर्गा की पूजा की थी और आर्शीवाद के रूप में मां ने रावण को मारने का रहस्‍य बताया था.
 
10) ऐसी मान्यता है कि दशहरा के दिन राजा अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया था. 

Dussehra 2017: दशहरे पर शमी वृक्ष की पूजा और नीलकंठ पक्षी के दर्शन का ये है महत्व

Tags

Advertisement