नई दिल्ली: कर्नाटक के मैसूर और कोलकाता से लेकर कनाडा तक दुनिया के हर कोने में दुर्गाष्टमी की धूम देखने को मिलती है.
महानवमी के अवसर पर विभिन्न पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ हुआ है. हर साल देश के हर कोने में गली-गली मां का दरबार पंडाल के रूप में सजाया जाता है.
इन पंडालों में मां दुर्गा को विराजमान किया जाता है और उनकी तीन दिन तक पूजा की जाती है. कलकत्ता में दुर्गा पूजा सिर्फ परंपरा ही नहीं उससे ज्यादा कलाकारी दिखाने का उत्सव होता है. दुर्गा पूजा बंगाल का सबसे बड़ा त्यौहार होता है. मां दुर्गा को विभिन्न थीम पर बने पंडालों में स्थापित किया जाता है.
ये पंडाल इतने भव्य होते हैं कि सबकी नजर इन पर ही जाती है. कई पंडालों की कलाकारी को देखने पर एक बार तो आप अपनी पलकें भी झपकाना भूल जाएंगे और सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर ये कैसे बना है. हम कोलकाता के कुछ ऐसे ही आपको पंडाल दिखा रहे हैं
कोलकाता भले ही दुर्गा पूजा समारोहों के आर्कषण का केंद्र हो, लेकिन दिल्ली भी इससे कुछ कम नहीं है. दिल्ली में भी दुर्गा पूजा के लिए माता के 350 से ज्यादा पंडाल लगाए जाते हैं.
इसके अलावा दुर्गा पूजा का जयकारा गोरखपुर में जोरों से सुनाई दे रहा है. ये गोरखपुर में सजा माता का पंड़ाल है. पंड़ाल की सुंदरता देखते ही बन रही है.
कोलकाता भले ही दुर्गा पूजा समारोहों के आर्कषण का केंद्र है लेकिन माता का दरबार सिर्फ देश में ही नहीं विदेशों में भी सजता है. जी हां दुर्गा पूजा पर मैया का पंड़ाल कनाड़ा में भी सजा है हम जो आपको यह तस्वीर दिखा रहे हैं वो कनाडा के टोरंटो शहर की है. यहां दुर्गा पूजा पर माता का विशाल पंड़ाल सजाया गया है.
न सिर्फ कनाड़ा बल्कि नीदरलैंड में भी माता का दरबार सजा हैं. नीदरलैंड में भी माता का विशाल पंड़ाल सजाया गया है. ये सुंदर पंड़ाल नीदरलैंड की है.