नई दिल्ली : 30 सितंबर को देशभर में दशहरे का त्योहार मनाया जाएगा, भगवान राम ने रावण को युद्ध में हराकर उसका वध किया था. इसी कारण इस दिन विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि देश में ऐसी जगह भी है जहां दशहरे के दिन भगवान राम की नहीं रावण की पूजा होती है.
बिसरख
बिसरख गांव उत्तर प्रदेश में स्थित है, आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि ये गांव रावण का ननिहाल माना जाता है. इस गांव के नाम के पीछे भी एक कहानी है और वो ये है कि रावण के पिता विश्वेशरा के कारण इस गांव का नाम बिसरख पड़ा था.
मंदसौर
मंदसौर मध्यप्रदेश में स्थित है, ये भी एक ऐसा अनोखा गांव है जहां के लोग भगवान राम को छोड़ दुष्ट और पापी रावण की पूजा करते हैं. गौरतलब है कि मंदसौर का पुराना नाम दशपुर था, गौर करने वाली बात ये है कि ये गांव रावण की पत्नी मंदोदरी का मायका था, यही कारण है कि इस जगह का नाम मंदसौर पड़ा. रावण का ससुराल होने के कारण यहां उनका दहन नहीं बल्कि पूजा की जाती है.
अमरावती (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र के अमरावती में गढ़चिरौली में भी आदिवासी लोग दशहरे 2017 के दिन रावण की पूजा करते हैं, आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि ये आदिवासी समुदाय रावण को अपना देवता मानते हैं.
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जसवंतनगर ( उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के जसवंतनगर में दशहरे 2017 के दिन भगवान राम की नहीं बल्कि रावण की पूजा की जाती है.
कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में भी इस दिन भगवान राम की नहीं रावण की पूजा की जाती है, इस जगह के बारे में आपको बता दें कि रावण ने यही पर शिवजी की घोर तपस्या की थी और उसे भगवान भोलेनाथ ने मोक्ष का वरदान दिया था.