नई दिल्ली : आज नवरात्रि का चौथा दिन है, मां दुर्गा के नौ रुपों में से आज मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है. पुराण में मां कूष्मांडा को आदिशक्ति के रूप में बताया गया है, आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि मां की सच्चे मन से भक्ति और आराधना करने से कई तरह के रोग मिट जाते हैं.
मां कूष्मांडा की उपासना से आयु, यश और बल बढ़ाती हैं, मां की आठ भुजाएं हैं इसलिए माता रानी को अष्टभुजा देवी के नाम से भी जाना जाता है. मां के हाथों में आप लोगों को कमंडल, धनुष, बाण, कमल पुष्प, अमृत से भरा कलश, गदा, चक्र और जपमाला धारण करती हैं. ऐसा माना जाता है कि मां ने मंद मुस्कान से ब्रह्मांड को उत्पन्न किया जिस कारण उनका नाम कूष्मांडा पड़ा था. जिस वक्त सृष्टि का कोई नामो निशान नहीं था उस वक्त मां ने ब्रह्मांड की रचना की थी.
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पूजा का समय
रविवार को पूजा का समय सुबह 7 बजे से दिन के 11.20 बजे तक पूजा का मुहूर्त है. ऐसे भक्त जो नियमानुसार पूजा करते हैं वह सुबह 11.20 तक पूजा की शुरुआत कर सकते हैं. बाकि भक्त दिन भर पूजा कर सकते हैं.
मां की कृपा पाने के लिए करें ये काम
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि माता को फल, मेवे और सौभाग्य का सामान भेंट करना चाहिए, मां कूष्मांडा की कृपा पाने के लिए नवरात्रि के चौथे दिन
या देवी सर्वभूतेषु मां कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमौ नम: ।। इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
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