नई दिल्ली. आज से नवरात्रि 2017 शुरू हो गए हैं. देश के सभी हिस्सों में नवरात्रि 2017 पर्व की धूम है. इस बार पूरे नौ दिन के नवरात्रि हैं. इसीलिए ये नवरात्रि श्रद्धालुओं के लिए खुशियों की सुगात लेकर आया है. इन नौ दिनों में भक्तों के बिगड़ें सारे काम बनेंगे. ऐसा हम इसीलिए कह रहे हैं क्योंकि शारदीय नवरात्रि 2017 इस बार महासंयोग लेकर आया है.
21 सितंबर 2017 : मां शैलपुत्री की पूजा – इस दिन सूर्य और चंद्रमा की स्थिति में ब्रह्रा योग बनेगा.
– 22 सितंबर 2017 : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा – इस दिन रवि का योग बनेगा.
– 23 सितंबर 2017 : मां चन्द्रघंटा की पूजा – इस दिन सर्वार्थसिद्ध योग और रवि का योग बनेगा.
– 24 सितंबर 2017 : मां कूष्मांडा की पूजा – इस दिन रवि का योग बनेगा.
– 25 सितंबर 2017 : मां स्कंदमाता की पूजा – इस दिन सर्वार्थसिद्ध योग और रवि का योग बनेगा.
– 26 सितंबर 2017 : मां कात्यायनी की पूजा – इस दिन नक्षत्रों की वजह से रवि का योग बनेगा.
– 27 सितंबर 2017 : मां कालरात्रि की पूजा – इस दिन सूर्य और चंद्रमा का योग बनेगा.
– 28 सितंबर 2017 : मां महागौरी की पूजा – इस दिन चंद्रमा शोभ का योग बनेगा.
– 29 सितंबर 2017 : मां सिद्धदात्री की पूजा – इस दिन प्रवर्घ और आनंद का शुभ योग बनेगा.
मां दुर्गा का घट-स्थापना का मुहूर्त 2017
नवरात्रों में सबसे अहम माता की चौकी होती है. जिसे शुभ मुहूर्त देखकर लगाया जाता है. माता की चौकी लगाना के लिए भक्तों के पास 21 सितंबर को सुबह 06 बजकर 03 मिनट से लेकर 08 बजकर 22 मिनट तक का समय है.
शारदीय नवरात्रि 2017 में अखंड ज्योत का महत्व:
अखंड ज्योत को जलाने से घर में हमेशा मां दुर्गा की कृपा बनी रहता है. जरूरी नहीं कि हर घर में अखंड ज्योत जलें. दरअसल अखंड ज्योत के कुछ नियम होते हैं जिन्हें नवरात्र 2017 में पालन करना होता है. हिन्दू परंम्परा है कि जिन घरों में अखंड ज्योत जलाते है उन्हें जमीन पर सोना होता है.