नई दिल्ली. शारदीय नवरात्र 1 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं. नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजा में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. हिन्दू परंपरा के अनुसार इन 10 दिनों का विशेष महत्व होता है. मां दुर्गा की पूजा में विशेष पूजा स्थल पर ध्यान दिया जाता है.
मां दुर्गा का घट-स्थापना का मुहूर्त
नवरात्रों में सबसे अहम माता की चौकी होती है. जिसे शुभ मुहूर्त देखकर लगाया जाता है. माता की चौकी लगाना के लिए भक्तों के पास 21 सितंबर को सुबह 06 बजकर 03 मिनट से लेकर 08 बजकर 22 मिनट तक का समय है.
नवरात्र में अखंड ज्योत का महत्व
अखंड ज्योत को जलाने से घर में हमेशा मां दुर्गा की कृपा बनी रहता है. जरूरी नहीं कि हर घर में अखंड ज्योत जलें. दरअसल अखंड ज्योत के कुछ नियम होते हैं जिन्हें नवरात्र में पालन करना होता है. हिन्दू परंम्परा है कि जिन घरों में अखंड ज्योत जलाते है उन्हें जमीन पर सोना होता है.
नवरात्र में मां के 9 रूपों की पूजा होती है.
21 सितंबर 2017 : मां शैलपुत्री की पूजा
22 सितंबर 2017 : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
23 सितंबर 2017 : मां चन्द्रघंटा की पूजा
24 सितंबर 2017 : मां कूष्मांडा की पूजा
25 सितंबर 2017 : मां स्कंदमाता की पूजा
26 सितंबर 2017 : मां कात्यायनी की पूजा
27 सितंबर 2017 : मां कालरात्रि की पूजा
28 सितंबर 2017 : मां महागौरी की पूजा
29 सितंबर 2017 : मां सिद्धदात्री की पूजा
30 सितंबर 2017: दशमी तिथि, दशहरा