नई दिल्ली. पूरे देश में गणेश चतुर्थी उत्सव का जश्न मनाया जा रहा है. गणेश चतुर्थी के मौके पर सभी के घर में तमाम तरह की तैयारियां चल रही हैं. वहीं बप्पा के पूजन में कई तरह के व्यंजन बनाए जाते है. बप्पा के मनपंसद मोदक को बनाने के अलावा आप कुछ और व्यंजन भी ट्राई कर सकते हैं.
मोदक मिठाई का महत्व भी इसी पर्व से जुड़ा हुआ माना जाता है. भारत में विभिन्न त्योहार पर अलग अलग व्यंजन बनाए जाते हैं. जैसे तीज पर घेवर, दिवाली पर खील, होली पर गुजिया और इसी तरह गणेश चतुर्थी पर मोदक व्यंजन परोसे जाते हैं. और जब बप्पा को इन मोदक का भोग लग जाता है तो ये सिर्फ मोदक नहीं बल्कि प्रसाद के रूप में देखा जाता है.
मोतीचूर लड्डू
मोदक के अलावा भगवान गणेश जी को लड्डू का भी भोग लगाया जाता है जो कि उनका मनपसंदीदा माना जाता है. इन लड्डूओ को खास भोग के लिए तैयार किया जाता है, जिसे शुद्ध देसी घी में तैयार किया जाता है. ये लड्डू इतने स्वाद और सॉफ्ट होते कि जो मुंह में जाते ही घुल जाते हैं.
मोदक
भगवान गणेश जी को मोदक बहुत लोकप्रिय हैं और इसी वजह से उन्हें मोदकप्रिय भी कहा जाता है. गणेश चतुर्थी के पहले दिन बप्पा को खुश करने के लिए उनके भक्त ‘बप्पा’ को चढ़ाते हैं.
पूरन पोली
पूरन पोली भगवान गणेश को चढ़ाए जाने वाले भोग में सबसे खास है. ये एक परंपारिक भोज है. पूरन पोली को मैदे से तैयार किया जाता है जिसमें मीठी दाल और गुड़ भरा जाता है.
कोकोनट राइस
दक्षिण भारत में कई तरह की पारम्परिक व्यंजन होते है, जो स्पेशल त्योहारों पर तैयार किये जाते हैं. भगवान गणेश जी को कोकोनट राइस का भोग भी चढ़ाया जाता है. इस व्यंजन को नारियल और चावल दूध से तैयार किया जाता है. स्वाद के लिए इसमें ड्राइफ्रूट्स और तिल का प्रयोग किया जाता है.
पायसम
ये भी एक दक्षिण भारत की डिश है. ये पारंपरिक साउथ इंडियन खीर है. चावलों को दूध में डालकर पकाया जाता है, इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें गुड़, नारियल और इलाइची डाली जाती है.
केले की खीर
केले की खीर बनाना काफी आसान है, जिसे आमतौर पर भगवान गणेश जी को भोग लगाया जाता है. ये डिश खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होती है.