नई दिल्ली. 24 अगस्त को हरतालिका तीज का व्रत है. हिन्दु परंम्परा में इस व्रत के कई मायने हैं. पति की कामना और पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं हरतालिका तीज का व्रत रखती हैं. बता दें इस बार तीज का पर्व शुभ व सुखद संयोग लेकर आया है.
भद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया के दौरान हरतालिका तीज मनायी जाती है. ये व्रत गणेश चतुर्थी के एक दिन पहले मनाया जाता है. इस व्रत को पत्नी अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं. इस दिन भगवान शिव और पार्वती की पूजा की जाती है.
हरतालिका तीज का शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी से एक दिन पहले यानी गुरुवार को हरतालिका तीज है. इस दिन पूजा के लिए सुबह 5.45 से 8.18 तक का शुभ मुहूर्त है. पूजा के लिए महिलाओं के पास 1 घंटा और 56 मिनट होंगे. इसी तरह शाम को 6.30 बजे से लेकर 8.27 बजे का शुभ मुहूर्त हैं.
ऐसे करें हरतालिका तीज व्रत
इस व्रत पर शादीशुदा महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं. हरतालिका तीज वाले दिन औरतें हाथों में मेंहदी रचाती हैं. इस पूजा में शिव-पार्वती की मूर्तियों का विधिवत पूजन किया जाता है और फिर हरितालिका तीज की कथा को सुना जाता है. माता पार्वती पर सुहाग का सारा सामान चढ़ाया जाता है.
व्यंजनों का भी है महत्व
आज भी गांव में लोग इस व्रत के दिन पारंपरिक व्यंजन बनते हैं. इस दिन घेवर, खीर, पूड़ी, गुजिया और काजूकतली जैसे मीठे व्यंजन तैयार किये जाते हैं.