नई दिल्ली. मंगलवार को कृष्ण महोत्सव को लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर हैं. इस उत्सव के लिए आज हम आपको बताएंगे कि आप किस शुभ मुहूर्त में कैसे पूजा कर लड्डू गोपाल को खुश कर सकते हैं.
इस बार अष्टमी 14 अगस्त को शाम 07.45 पर आरम्भ होगी और यह 15 अगस्त को शाम 05.40 पर समाप्त होगी. इस बार जन्माष्टमी 14 और 15 अगस्त को मनायी जा रही है. 15 अगस्त शाम 5.39 बजे के बाद रोहिणी नक्षत्र समाप्त होगा, इसलिए 14 अगस्त को ही भक्त उपवास रखें. भाद्रपद अष्टमी पर 15 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी. वहीं वैष्णवजन सूर्योदय तिथि अष्टमी वाले दिन यानि 15 अगस्त को कृष्ण जन्मोत्सव मनाएंगे.
ऐसे करें इस शुभ अवसर पर पूजा
जन्माष्टमी का व्रत आम व्रतों से लंबा और ज्यादा कठिन होता हैं. इसीलिए इस व्रत को करने के लिए अपनी श्रद्धा व सेहत दोनों का ध्यान रखना जरूरी है. व्रत रखने से पहले रात को हल्का भोजन करें. व्रत के दिन सुबह जल्दी स्नान करके जल, फल, फूल लेकर व्रत की पूरी तैयारी करें. बाल गोपाल की मूर्ति को स्थापित करें. इस पूजा में बाल गोपाल के साथ पूजा में वासुदेव, नंद, देवकी और यशोदा लक्ष्मी की अर्चना करना न भूलें.
भोग लगाने पर दें विशेष ध्यान
ऐसा कहा जाता है कि शंख में जल भरकर श्रीकृष्ण का अभिषेक करने से सभी भक्तों की मनोकामना पूरी होती हैं. इस जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण को सफेद मिठाई या खीर का भोग लगाएं. साथ ही जन्माष्टमी के अवसर पर धनिया का प्रसाद चढ़ाना शुभ रहता है.