नई दिल्ली: 7 अगस्त का दिन काफी खास है. काफी खास इसलिए क्योंकि इस दिन कई सारी चीजें एक साथ हो रही है. 7 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार है, इस दिन भाई और बहनों के प्यार का त्योंहार रक्षाबंधन भी है और साथ ही इस दिन चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है. चंद्र ग्रहण के समय काफी बचाव भी करना जरूरी हो जाता है.
सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा जब एक सीधी रेखा पर आ जाते हैं तब चंद्र ग्रहण होता है. 7 अगस्त सोमवार की रात लगने वाले चंद्र ग्रहण का असर भारत के साथ ही पूरे एशिया, यूरोप और अफ्रीका में देखा जा सकेगा. रक्षाबंधन के दिन चंद्र ग्रहण रात 10.52 से शुरू होकर 12.22 तक रहेगा. चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पूर्व सूतक लग जाएगा. इससे पहले भद्रा का प्रभाव रहेगा. चंद्रग्रहण पूर्ण नहीं होगा बल्कि खंडग्रास होगा.
वैज्ञानिक मान्यता है कि ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इसलिए यह अवधि ऋणात्मक मानी जाती है. ग्रहण के वक्त अल्ट्रावॉयलेट किरणें निकलती हैं जो एंजाइम सिस्टम को प्रभावित करती हैं. इसलिए ग्रहण के दौरान काफी सावधानी बरतनी चाहिए.
क्या करें, क्या ना करें
ग्रहण के दौरान कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. ग्रहण काल में कैंची का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इसके अलावा दातुन या ब्रश भी नहीं करना चाहिए. फूलों को नहीं तोड़ना चाहिए. साथ ही बालों और कपड़ों को भी साफ नहीं करना चाहिए. इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए.
गर्भवती महिलाएं रखें ध्यान
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भी काफी सावधानी बरतनी चाहिए. गर्भवती महिलाएं ग्रहण को देखने की कोशिश ना करें. वहीं ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं कुछ खाएं-पिएं नहीं और किसी भी तरह का कुछ गलत भी ना सोचें. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय भगवान का जप-ध्यान करना चाहिए.