नई दिल्ली : आज सावन शिवरात्रि का पावन दिन है, मंदिरों में सुबह से ही भक्त भोलेनाथ के जयकारे लगाकर दर्शन के लिए लाइन में लगे हैं. शिवजी सिर्फ एक लोटा जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं.
जो भी भक्त सच्चे दिल से भगवान शिव की आराधना करता है वह उनके सभी कष्टों को दूर तो करते ही हैं लेकिन साथ ही वह अपने भक्तों की मनोकामनाएं भी पूर्ण करते हैं. शिवरात्रि पर शिवलिंग पर जलाभिषेक आवश्यक माना गया है. ऐसा करने से शिवजी शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं. शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक करने से समस्त पापों का नाश होता है.
ये है पूजा की विधि
स्नान करने के बाद मंदिर जाकर भोलेनाथ की पूजा करने से पहले इस बात को अच्छे से जान लीजिए कि पूजा की विधि क्या है. भोलेनाथ को बेलपत्र, धतूरा, भांग, शहद आदि अर्पित कर पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से माना जाता है कि परिवार की सभी सेहत से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं. बता दें कि शिवपुरण के मुताबिक, भोलेनाथ को बेलपत्र बेहद प्रिय है.
सावन का दूसरा सोमवार आज, इस विधि से करें पूजा, होगी मनोकामना पूरी
बेलपत्र की तासीर ठंडी होती है, जिस कारण इसका प्रयोग शिवजी की पूजा के लिए किया जाता है. पूजा में बेलपत्र के इस्तेमाल से सभी पाप आदि कट जाते हैं.