नई दिल्ली: नवरात्रि का आज आठवां दिन है. देवी मां के आठवें स्वरूप को महागौरी के नाम से पुकारा जाता है. इसलिए आज मां महागौरी की आराधना की जाती है. मां महागौरी की विधि विधान के साथ पूजा करने से मन पवित्र हो जाता है और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
महागौरी की पूजा पूरे मन के साथ करनी चाहिए. आज हम आपको महागौरी की पूजा विधि बताने जा रहे है. इस तरीके से पूजा करने से मां खुश होती हैं और आपकी सभी मनोकामना पूरी करती हैं.
ऐसे करें पूजा
सबसे पहले गंगा जल से शुद्धिकरण करके देवी मां महागौरी की प्रतिमा या तस्वीर चौकी पर स्थापित करें. इसके बाद चौकी पर चांदी, तांबे या मिट्टी के घड़े में जल भरकर उस पर नारियल रखकर कलश स्थापना करें. उसी चौकी पर श्रीगणेश, वरुण, नवग्रह, षोडश मातृका (16 देवी), सप्त घृत मातृका(सात सिंदूर की बिंदी लगाएं) की स्थापना भी करें.
इसके बाद व्रत, पूजन का संकल्प लें और वैदिक एवं सप्तशती मंत्रों द्वारा माता महागौरी सहित समस्त स्थापित देवताओं की षोडशोपचार पूजा करें. इसमें आवाहन, आसन, पाद्य, अध्र्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, रोली, हल्दी, सिंदूर, दुर्वा, बिल्वपत्र, आभूषण, पुष्प-हार, सुगंधित द्रव्य, धूप-दीप, नैवेद्य, फल, पान, दक्षिणा, आरती, प्रदक्षिणा, मंत्र पुष्पांजलि आदि करें. इस दिन माता दुर्गा को नारियल का भोग लगाएं और नारियल का दान भी करें. साथ ही इस दिन माता को चुनरी चढ़ाने से भी मां खुश होती हैं.