महाशिवरात्रि पर ऐसे करें पूजा, मिलेगा मनचाहा वर और पूरी होगी हर मनोकामना

महाशिवरात्रि भारत का बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है. इस दिन पूरे देश में व्रत रखा जाता है. इस दिन बाबा भोलेनाथ को खुश करने के लिए लोग धूमधाम से पूजा-अर्चना करते हैं. कुछ लड़कियां अपना मनचाहा वर पाने के लिए भी इस दिन व्रत रखती हैं.

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महाशिवरात्रि पर ऐसे करें पूजा, मिलेगा मनचाहा वर और पूरी होगी हर मनोकामना

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  • February 22, 2017 5:07 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली:  महाशिवरात्रि भारत का बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है. इस दिन पूरे देश में व्रत रखा जाता है. इस दिन बाबा भोलेनाथ को खुश करने के लिए लोग धूमधाम से पूजा-अर्चना करते हैं. कुछ लड़कियां अपना मनचाहा वर पाने के लिए भी इस दिन व्रत रखती हैं. 
 
इस साल महाशिवरात्रि 24 फरवरी को होगी.  इस दिन हर तरफ मंदिरों में तैयारियां शूरू हो चुकी हैं.  इस दिन बाबा भोलनाथ को खुश करने के लिए धूमधाम से पूजा-अर्चना और व्रत रखते हैं. लोग भोलनाथ को खुश करने के लिए अलग-अलग तरीके से पूजा करते है. आज आपको बताते हैं पूजा करने के कुछ ऐसे तरीके जिससे आपकी हर मनोकामना पूरी होगी और आपको मनचााह वर मिलेगा.
 
 
महाशिवरात्रि  के दिन इस विधि से करें पूजा
 
1- लोग बेलपत्र से पानी लिंग पर छिडकते है उसका तात्पर्य यह है कि शिव की क्रोध की अग्नि को शान्त करने के लिये ठंडे पानी व पत्ते से स्नान कराया जाता है जो कि आत्मा कि शुद्धि का प्रतीक है.
2- नहलाने के बाद लिंग पर चन्दन का टीका लगाना शुभ जाग्रत करने का प्रतीक है.
3-फल, फूल चढ़ाना, धन्यवाद करना भगवान की कृपा और जीवनदान, भगवान शिव ने ही इस दुनिया की रचना की थी उनकी इस खूबसूरत दुनिया की रचना पर धन्यवाद करना.
 
 
4-धूप जलाने से सब अशुद्ध वायु, कीटाणु,  गंदगी का नाश करने का प्रतीक माना जाता है. ऐसा करने से हमारे सब संकट, कष्ट, दुख दूर होंगे.
5-दिया जलाने से ज्ञान, रोशनी ,प्रकाश ,विद्वान , शिक्षा आदि में बढ़ोत्तरी होती है. ऐसा करना उन्नति के पथ पर बढते रहने का प्रतीक है.
6-पान का पत्ता चढ़ाना शुभ माना जाता है. ऐसा करना सन्तुष्टी का प्रतीक माना जाता है.
7– पानी चढाना, मस्तक झुकाना , लिंग पर धूप जलाना,मन्दिर की घण्टी बजाना यह सब अपनी आत्मा को सर्तक करना है कि हम इस संसार के रचने वाले का अंग हैं.
8- शिव के नृत्य, ताण्डव नृत्य की मुद्राएं भी खूब दर्शनीय होती हैं. नृत्य में झूमने के, लिये लोग ठंडाई जो एक पेय है और यह बादाम, भंग और दूध से बनती है, पीते है.
 
 
यहां से शुरू हुई व्रत रखने की कहानी
औरतो के लिए विशेष रुप से यह त्योहार शुभ माना जाता है. क्योकि एक कथा है कि पार्वती ने तपस्या की और प्रार्थना की कि इस अन्धेरी रात में मेरे पर कोई मुसीबत न आए. हे भगवान उसके सारे दुख दूर हो जाए. तब से महाशिवरात्रि के उत्सव पर औरतें अपने पति और पुत्र का शुभ मांगती हैं. भगवान से पार्थना करती है क्वारी लडकियां भगवान शिव का पूजन करती हैं कि हमें अच्छा पति मिले.

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