लखनऊ. बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री पर जम कर हमला बोला है. उन्होंने 500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद करने के सरकार के फैसले को आर्थिक इमरजेंसी बताया है.
उन्होंने केंद्र की बीजेपी की सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने अपना इंतजाम कर लिया है. उन्होंने ये फैसला निजी स्वार्थ के चलते लिया है. यदि वह सच में काले धन को समाप्त करना चाहते है तो पिछले दो साल तक क्या कर रहे थे.
उन्होंने पिछले दो सालों में काले धन को रोकने के लिए कोई भी काम नहीं किया. मायावती ने कहा कि बीजेपी ने दो सालों तक व्यापारियों को काला धन जमा करने का मौका दिया और अब काले धन को ख़त्म करने की बात कर रही है.
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगते हुए कहा कि केंद्र सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए देश के लोगों पर आर्थिक इमरजेंसी लगा रही है.
मायावती ने ये भी कहा की प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से लिए गए इस फैसले से सिर्फ मुम्बई और गुजरात में लोगों को फायदा होगा. उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगते हुए कहा कि उनकी नियत साफ़ नहीं है. सभी धन्ना सेठों का पैसा पहले ही विदेश पहुंच चुका है.
दरअसल सरकार से इस फैसले का असर आने वाले उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव पर भी होगा. इससे चुनाव में प्रयोग किये जाने वाले काले धन पर रोक लगेगी। चुनाव में होने वाले काले धन के इस्तेमाल पर चुनाव आयोग भी चिंता जता चुका है.