नई दिल्ली. नहाय-खाय के साथ 36 घंटे का सूर्य उपासना का महापर्व छठ शुरु हो गया है. आज छठ पूजा का खरना है. खरना को व्रतियों के आत्मिक और शारीरिक शुद्धीकरण के रूप में देखा जाता है. खरना के दिन शाम को गुड़ का खीर खाने का बड़ा महत्व है.
खरना विधि
खरना के दिन से ही उपवास शुरू हो जाता है. खरना के दिन व्रती पूरे दिन निर्जला उपवास रहने के बाद शाम को मिट्टी के बने नए चूल्हे पर आम की लकड़ी की आंच से गाय के दूध में गुड़ डालकर खीर और रोटी बनाते हैं. उसके बाद इसे भगवान सूर्य को केले और फल के साथ भोग लगाकर फिर प्रसाद के रूप में इसे ग्रहण करते हैं.
इन बातों का रखें ख्याल
छठ व्रती प्रसाद ग्रहण करते समय इस बात का ख्याल रखें कि किसी की आवाज उनके कान में न पहुंच पाए. यदि किसी की आवाज कान में चली जाती है तो प्रसाद को छोड़ देना होता है. इसलिए एकांत में ही प्रसाद ग्रहण करें.