नहाय खाय के साथ शुरू हुई 4 दिनों का छठ महापर्व

लोक आस्था और सूर्योपासना के महापर्व छठ की शुरूआत आज से हो गई है. चार दिन के इस महापर्व के तहत आज नहाय-खाय किया गया. छठव्रती सुबह से ही गंगा स्नान करने के बाद अपने घरों और गंगा घाटों पर प्रसाद बनाते दिखे. शनिवार यानी पांच नवंबर को खरना होगा जिसमें व्रती गुड़, चावल और दूध से खीर बनाकर प्रसाद ग्रहण करेंगे.

Advertisement
नहाय खाय के साथ शुरू हुई 4 दिनों का छठ महापर्व

Admin

  • November 4, 2016 3:43 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. लोक आस्था और सूर्योपासना के महापर्व छठ की शुरूआत आज से हो गई है. चार दिन के इस महापर्व के तहत आज नहाय-खाय किया गया. छठव्रती सुबह से ही गंगा स्नान करने के बाद अपने घरों और गंगा घाटों पर प्रसाद बनाते दिखे. शनिवार यानी पांच नवंबर को खरना होगा जिसमें व्रती गुड़, चावल और दूध से खीर बनाकर प्रसाद ग्रहण करेंगे.
 
रविवार यानि छह नवंबर को भगवान भास्कर को व्रती पहला अर्घ्य देंगे. छठ के व्रत में खरना करने के बाद व्रती 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखते हैं. इस महापर्व में साफ-सफाई और शुद्दता का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाता है. उदया तिथि रहने से रविवार को भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. भगवान भास्कर को दूसरा अर्घ्य सोमवार को सुबह छह बजे से दिया जाना है.
 
 
ऐसी मान्यता है कि भगवान सूर्य की आराधना करने से आरोग्य और धन-धान्य की वृद्धि होती है. भगवान सूर्य जीवों के प्रत्यक्ष देवता हैं और आरोग्य और संतान प्राप्ति के लिए सूर्य की उपासना शुभ है. अगर आप छठ मनाते हों या नहीं मानते हो लेकिन इस दिन सूरज की ताकत बहुत रहती है.
 
6 तारीक को सुबह उठ कर सूर्य को अर्घ दें और 5 तरीक को शाम को सूर्य को अर्घ्य दें. अगर आपकी कुंडली में सूर्य मजबूत होगा तो  आपमें लीडरशिप क्वालिटी होगी. लोग आपकी बात सुनेगें. ऐसे में इन दो दिन सूर्य को अर्घ्य जरूर दें.
 

Tags

Advertisement