नई दिल्ली. भाई-बहन के प्यार और स्नेह का त्योहार भैया दूज दीपावली के अगले या दूसरे दिन मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर उनके उज्ज्वल भविष्य व उनकी लम्बी उम्र की कामना करती हैं.
यदि तिथि के मुताबिक देखें तो यह त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को पड़ता है. इसदिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं. यदि तिथि के मुताबिक देखें तो यह त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को पड़ता है. इसदिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं.
1 नवंबर को मनाया जाएगा भाई दूज
इस साल यह त्योहार 1 नवंबर को मनाया जाएगा. भाई दूज को भाऊ बीज और भातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है.
भैया दूज का शुभ मुहूर्त
भैया दूज का शुभ मुहूर्त सुबह छह बजकर 37 मिनट से सुबह आठ बजकर 49 मिनट तक है. यदि इस मुहूर्त में भैया दूज नहीं मना पाते हैं तो फिर 11:34 बजे से दोपहर 12:28 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में मनाएं.
क्या है भैयादूज
हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला यह त्योहार रक्षाबंधन के जैसे ही होता है. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक यह कार्तिक के महीने में मनाया जाता है. एक मान्यता के अनुसार इस दिन जो यम देव की उपासना करता है, उसे असमय मृ्त्यु का भय नहीं रहता है. इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और उनके लिए मंगल कामना करती हैं.