वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह हमारे घर और जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भरने में मदद करता है। खासतौर पर, मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने और धन-धान्य की प्राप्ति के लिए वास्तु के कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक माना जाता है।
नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह हमारे घर और जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भरने में मदद करता है। खासतौर पर, मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने और धन-धान्य की प्राप्ति के लिए वास्तु के कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, सूरज डूबने के बाद कुछ विशेष कार्यों को करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है, जिससे मां लक्ष्मी का वास खत्म हो सकता है। आइए जानते हैं ऐसे कार्यों के बारे में।
सूरज डूबने के बाद झाड़ू-पोंछा करने को वास्तु में अशुभ माना गया है। यह घर की सकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर सकता है। ऐसा करने से धन हानि और कर्ज बढ़ने की संभावना होती है।
रसोई घर में खाली बर्तन रखने से धन की कमी हो सकती है। सूर्यास्त के बाद बर्तन धोकर व्यवस्थित रखना और सिंक को साफ करना शुभ माना जाता है।
रात में घर से कूड़ा बाहर फेंकने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सकती है। यह भी मां लक्ष्मी के जाने का कारण बन सकता है। कूड़ा फेंकने का सही समय सुबह का होता है।
पूजा घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। सूरज डूबने के बाद वहां दीया जलाना और हल्की सफाई करना शुभ होता है। गंदगी मां लक्ष्मी को नाराज कर सकती है।
घर में टपकता नल वास्तु दोष का कारण बनता है। यह धन के नुकसान का संकेत देता है। सुनिश्चित करें कि नल ठीक से बंद हो और पानी व्यर्थ न बहे।
वास्तु के इन नियमों का पालन करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। हालांकि, यह मान्यताएं धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं पर आधारित हैं।
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