नई दिल्लीः देशवासी 22 जनवरी का इंतजार कर रहे हैं। पूजन विधि शुरु हो चुकी है। अयोध्या में साधु-संतों से लेकर रामभक्त डेरा जमा दिए हैं। अब राम मंदिर ट्रस्ट क्षेत्र भी लोगों को ज्यादा इंतजार करवाने के मूड में नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि रामलला की मूर्ति की परिक्रमा कराने के बाद, अब उनकी […]
नई दिल्लीः देशवासी 22 जनवरी का इंतजार कर रहे हैं। पूजन विधि शुरु हो चुकी है। अयोध्या में साधु-संतों से लेकर रामभक्त डेरा जमा दिए हैं। अब राम मंदिर ट्रस्ट क्षेत्र भी लोगों को ज्यादा इंतजार करवाने के मूड में नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि रामलला की मूर्ति की परिक्रमा कराने के बाद, अब उनकी मूर्ति को उनके कक्ष में रख दिया गया है। हालांकि प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को की जाएगी। वहीं मूर्ति में भगवान राम के दसों अवतार को दर्शाया गया है। इसके साथ ही वजन और उचाई की जानकारी भी दी गई है। आइए जानते है सिलसिलेवार तरीके से एक-एक जानकारी
भगवान राम की मूर्ति स्थपना से पहले उनकी एक झलक देखने को मिली है। अगर बात करें प्रतिमा के ऊपरी हिस्से की तो स्वास्तिक चिन्ह, ऊँ का चिन्ह, चक्र, गदा और भगवान सूर्य को दर्शाया गया है। इसके साथ ही मूर्ति के दाहिने तरफ भगवान राम के मत्सय, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन अवतार को दिखाया गया है। वहीं बाएं तरफ परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि अवतार को दर्शाया गया है। इसके अलावा भगवान राम को कमल के फूल पर सवार किया गया है।
भगवान राम की मूर्ति के दाहिने तरफ से नीचे में भगवान हनुमान को विराजा गया है। वही दाएं तरफ गरुड़ महराज की प्रतिमा बनाई गई है। इसके अलावा भगवान राम की मूर्ति का वजन करीब 200 किलो है। वहीं ऊंचाई 4.24 फीट और चौड़ाई 3 फीट है। बता दें कि मूर्ति का निर्माण काले पत्थर से किया गया है। काले पत्थर से इसलिए क्योंकि ये पत्थर पर्यावरण के अनुकूल माने जाते हैं। अब 22 तारीख का इंतजार सभी रामभक्त बेसब्री से कर रहे हैं क्योंकि इसी दिन भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
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