लखनऊ, उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक बार फिर से सत्ता में फिर से वापसी कर ली है. बीजेपी को 403 सीटों वाली विधानसभा में 273 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत मिला है, और इसी के साथ योगी आदित्यनाथ एक बार फिर मुख्यमंत्री की गद्दी अपर विराजमान होंगे, लेकिन किस दिन वे मुख्यमंत्री की शपथ लेने (Yogi Adityanath Oath taking Ceremony) वाले हैं, इस बात पर अब भी संशय बना हुआ है.
भाजपा समर्थकों को योगीराज 2.0 के आगाज़ का बेसब्री से इंतज़ार है, हर कोई ये जानना चाहता है कि किस दिन योगी आदित्यनाथ फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे. काशी यानी वाराणसी के ज्योतिषी का कहना है कि 14 मार्च को रंगभरी एकादशी है और इस दिन योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण के लिए दो उत्तम मुहूर्त हैं.
ज्योतिषों की मानें तो योगी आदित्यनाथ ने यदि 14 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं ली तो फिर करीब एक महीने तक शुभ मुहूर्त का इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि 14-15 की देर रात से ही खरमास शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि 14 मार्च को रंगभरी एकादशी है, शास्त्रों के मुताबिक इसी दिन भोलेनाथ, माता पार्वती का गौना कराकर वाराणसी आए थे.
अब भाजपा तो हर समारोह मुहूर्त देखकर करती है, इसीलिए माना जा रहा है कि मुहूर्त के मुताबिक योगी आदित्यनाथ 14 मार्च को मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण कर सकते हैं.
नतीजों की बात करें तो 2022 में भाजपा ने इतिहास रचते हुए 255 सीटों के साथ यूपी की सत्ता काबिज़ की, भाजपा के सहयोगी अपना दल को 12 सीटें मिली, और निषाद पार्टी को 6 सीटें मिली, कुल मिलाकर भाजपा गठबंधन को 273 मिली. जबकि अकेले समाजवादी पार्टी को 111 सीटें मिली, वहीं, इसके सहोयीगी दल सुभासपा को 6 सीटें और राष्ट्रिय लोक दल को 8 सीटें मिली, कुल मिलाकर सपा गठबंधन को 125 मिली. वहीं, समाजवादी पार्टी को 133 सीटें मिली जबकि बीएसपी 1 और कांग्रेस को 2 सीट मिली.
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