Yogi 2.O Cabinet लखनऊ, उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के पहले कार्यकाल में उप मुख्यमंत्री रहे भाजपा के ब्राह्मण चेहरा दिनेश शर्मा की योगी कैबिनेट 2.O (Yogi 2.O Cabinet) से छुट्टी कर दी गई है, जबकि केशव प्रसाद मौर्य की कुर्सी को बरकरार रखा गया है. वहीं, योगी मंत्रिमंडल 2.0 में दिनेश शर्मा की जगह […]
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के पहले कार्यकाल में उप मुख्यमंत्री रहे भाजपा के ब्राह्मण चेहरा दिनेश शर्मा की योगी कैबिनेट 2.O (Yogi 2.O Cabinet) से छुट्टी कर दी गई है, जबकि केशव प्रसाद मौर्य की कुर्सी को बरकरार रखा गया है. वहीं, योगी मंत्रिमंडल 2.0 में दिनेश शर्मा की जगह ब्रजेश पाठक को उत्तर प्रदेश का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर दिनेश शर्मा की छुट्टी क्यों की गई, और उनकी जगह बृजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री क्यों बनाया गया है.
साल 2017 में भाजपा 15 साल के बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता में लौटी तो मुख्यमंत्री का ताज योगी आदित्यनाथ के सर पर सजा, लेकिन भाजपा ने सत्ता का संतुलन बनाने और जातीय समीकरण साधे रखने के लिए ब्राह्मण चेहरे के तौर पर लखनऊ के मेयर रहे डॉ दिनेश शर्मा और पिछड़े समुदाय से आने वाले केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश में उपमुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी थी.
वहीं, 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा छोड़कर भाजपा में आए ब्रजेश पाठक उस समय लखनऊ मध्य सीट से विधायक बने थे, इसके बाद योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बनाकर उन्हें न्याय एवं ग्रामीण अभियंत्रण सेवा का विभाग दिया था, लेकिन अब योगी मंत्रिमंडल 2.0 में भाजपा ने उनका कद बढ़ाकर उन्हें उपमुख्यमंत्री बना दिया है.
विशेषज्ञों की मानें तो योगी सरकार के पहले कार्यकाल में जिस तरह से विपक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि ब्राह्मण विरोधी नेरेटिव बनाने की कोशिश की थी, ऐसे में बतौर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा विपक्ष के इस नैरेटिव को न तो तोड़ सके और न ही ब्राह्मण नेता के तौर पर अपना एक दमदार प्रभाव छोड़ सके. ऐसे में भाजपा को ब्राह्मण नेता के तौर पर एक दमदार छवि की तलाश थी, जो उन्हें बृजेश पाठक में मिली, क्योंकि शुरू से ही बृजेश पाठक ने ब्राह्मण नेता के रूप में अपनी एक दमदार छवि बनाई है.