जब से एनडीए ने देश में तीसरी बार सरकार बनाई है तभी से लोकसभा अध्यक्ष को लेकर चर्चा बनी हुई है. एनडीए की सहयोगी पार्टियां अध्यक्ष पद को अपनी झोली में डालना चाहती हैं तो वहीं बीजेपी चाहती है कि सबसे ज्यादा सीटें हमारी हैं तो हमारा ही लोकसभा अध्यक्ष हो. इसे लेकर लगातार बीजेपी, टीडीपी और जेडीयू में खींचतान मची हुई है.
राजनाथ सिंह को दी गई सहयोगियों को मनाने की जिम्मेदारी
बीजेपी की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एनडीए के सहयोगी दलों को मनाने की जिम्मेदारी दी है, कि लोकसभा अध्यक्ष चुनाव सर्वसम्मति से हो. जिसे लेकर राजनाथ सिंह के आवास पर बीते रविवार को बैठक हुई थी, जिसमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, जेडीयी नेता ललन सिंह और लोक जनशक्ति पार्टी नेता चिराग पासवान शामिल हुए थे.
बता दें कि पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत वरिष्ठ भाजपा नेता जल्द ही एक बैठक करेंगे और लोकसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का चयन करेंगे.
26 जून को होगा लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव
18वीं लोकसभा का प्रथम सत्र 24 जून से शुरू होगा, जिसमें शुरुआती दो दिन 24 और 25 जून को नवनिर्वाचित सांसदों को संसद सदस्यता की शपथ दिलाई जाएगी. सूत्रों की मानें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 जून को संसद में उपस्थित रहेंगे और वो ही लोकसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार की घोषणा करेंगे और सदस्यों से उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग करने की अपील करेंगे.
बता दें कि एनडीए सहयोगी टीडीपी ने हाल ही में अध्यक्ष पद की मांग की थी. लेकिन बीजेपी फिलहाल उनकी मांग को मानने के मूड में नजर नही आ रही है. यदि अध्यक्ष पद का मुद्दा बनाकर टीडीपी एनडीए गठबंधन को छोड़ती है तब भी सरकार नही गिरेगी बस 16 सीटें कम हो जाएंगी. क्योंकि फिर एनडीए गठबंधन के पास 277 सीटें रहेंगी.