पटना: सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का ही नाम भूल गए. मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार अपनी पार्टी के राष्ट्रीय नेता का नाम भूलते नज़र आए. तेजस्वी ने कर दी मदद नहीं तो… दरअसल सोमवार को नीतीश कुमार संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर आयोजित राजकीय […]
पटना: सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का ही नाम भूल गए. मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार अपनी पार्टी के राष्ट्रीय नेता का नाम भूलते नज़र आए.
दरअसल सोमवार को नीतीश कुमार संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह में शामिल हुए थे. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मीडिया कर्मियों से बातचीत कर रहे थे. तभी उन्होंने कहा कि अरे अपने अध्यक्ष जी का क्या नाम है. इसके बाद बगल में खड़े तेजस्वी यादव ने उन्हें बताया ललन सिंह। तब जाकर नीतीश कुमार अपनी बात पूरी कर सके.
मीडिया कर्मियों ने नीतीश कुमार से सवाल किया था कि सम्राट चौधरी कह रहे हैं कि सीएम नीतीश से पांच विभाग ठीक से नहीं संभल रहे हैं. इस बात से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थोड़े नाराज हो गए. इसके बाद नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा वाले क्या बात करते हैं उससे उनका कोई मतलब नहीं है. इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने सवाल किया कि आजकल सबसे ज़्यादा कौन बयान दे रहा है. जो पहले तेजस्वी की पार्टी में था फिर JDU में आ गया और अब उधर चला गया. इसके आगे नीतीश कुमार कहते हैं कि अरे अपने अध्यक्ष जो हैं…जहां वह बहुत देर तक नाम ही याद करते हैं. आखिर में बगल में खड़े तेजस्वी यादव ने कहा ललन सिंह. तब जाकर नीतीश कुमार ललन सिंह को लेकर अपनी बात पूरी कर पाए.
अब नीतीश कुमार के अपने ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम भूल जाने पर भाजपा ने तंज किया है. बीजेपी प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद ने ट्वीट कर बिहार सीएम को घेरा है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग हैरान हैं कि सीएम नीतीश कुमार को क्या हुआ है. वह अपने ख़ास सलाहकार और सुविधाकर्ता का ही नाम भूल गए हैं. RJD की गोद में बैठने के बाद उनकी क्या हालत हो गई. ट्वीट में भाजपा नेता आगे लिखते हैं, ‘नीतीशजी! खुद का नहीं तो बिहार का ख्याल कीजिए. कुछ लेते क्यों नहीं. बख्श दीजिए, सन्यास ही ले लीजिए’.
ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने PM मोदी को लिखा पत्र, पूछे ये सवाल
बालासोर ट्रेन हादसे पर दिग्विजय सिंह ने सरकार पर साधा निशाना, रेल मंत्री का मांगा इस्तीफा