पटना: मंगलवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा यानी हम पार्टी के चीफ जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद मांझी की पार्टी और नीतीश के नेतृत्व वाले महागठबंधन का नाता टूट गया है. ऐसा माना जा रहा है कि JDU और महागठबंधन से अलग होने के बाद मांझी […]
पटना: मंगलवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा यानी हम पार्टी के चीफ जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद मांझी की पार्टी और नीतीश के नेतृत्व वाले महागठबंधन का नाता टूट गया है. ऐसा माना जा रहा है कि JDU और महागठबंधन से अलग होने के बाद मांझी की पार्टी NDA में शामिल हो सकती है. हालांकि राजनीति में कुछ भी स्पष्ट कह पाना मुश्किल है खासकर तब जब बात बिहार की हो. इसी कड़ी में 18 जून को हम ने पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है जिसमें पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी.
इस बीच ये बात लगभग तय मानी जा रही है कि मांझी एनडीए में आने वाले हैं. हालांकि मांझी और हम पार्टी के पास विकल्पों की कोई कमी नहीं है. दरअसल मांझी ने बुधवार को बेटे संतोष सुमन के महागठबंधन से बाहर के फैसले पर पहली बार प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी किसी दुकान की तरह नहीं है जिसे जब चाहें पैसे देकर खरीदा जा सकता है. बता दें, संतोष सुमन ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया था कि वह उनपर हम पार्टी को JDU में मिलाने का दबाव बना रहे थे. इसपर जीतनराम मांझी ने आगे कहा कि पानी नाक के ऊपर जा चुका था… हमारी पार्टी संघर्ष करेगी। आगे वह दावा करते हैं कि जो काम उन्होंने सीएम रहते हुए किया था उसी काम को नीतीश कुमार तोड़ मरोड़कर जनता के आगे रख रहे हैं.
वहीं मांझी ने 18 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है जिसमें पार्टी के लिए आगे की रणनीति तय की जाएगी. इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन अन्य नेताओं के साथ मिलकर सभी विकल्पों पर चर्चा करेंगे. मांझी की पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्यामसुंदर शरण ने कहा है कि हम पार्टी के पास जनाधार है और हम पार्टी के पास राजनीतिक विकल्पों की भी कोई कमी नहीं है. खुद जीतन राम मांझी का कहना है कि 18 जून को वह बड़ा ऐलान करेंगे. ऐसे में कयास लगाए जा रही हैं कि हम पार्टी NDA का हाथ थाम सकती है.
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