बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह का सरगना ब्रजेश ठाकुर जेल में है. जेल में उसे बैरक के बजाय अस्पताल में रखा गया है. पिछले 40 दिन से वह अस्पताल में आराम फरमा रहा है. नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने और उन्हें अन्य लोगों को परोसने का आरोपी उच्च रक्तचाप और डिस्क स्लिप जैसे कारण बताकर अस्पताल में पड़ा है.
नई दिल्ली. बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में अनाथ लड़कियों के साथ रेप के मामले का सरगना ब्रजेश ठाकुर जेल में बंद है. ब्रजेश ठाकुर को गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा गया था जहां उसकी रसूख शायद अभी भी काम आ रही है. ब्रजेश ठाकुर को बिहार पुलिस ने दो जून को गिरफ्तार किया था. इसके बाद 27 जून को ब्रजेश को श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) से जेल में शिफ्ट किया गया था. जहां वह जेल की बैरक के बाद करीब 40 दिन से आराम फरमा रहा है. बालिका गृह में रही 44 लड़कियों में 42 की मेडिकल जांच कराए जाने पर उनमें से 34 के यौन शोषण की पुष्टि हुई थी.
बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका संरक्षण गृह की कहानी दिल को झकझोर देने वाली है. यहां नाबालिग बच्चियों के साथ लंबे समय तक हुए रेप के मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है. यह मामला उस वक्त सामने आया था जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में बच्चियों के साथ दरिंदगी का उल्लेख किया गया था. ब्रजेश का रसूख ऐसा था कि इस रिपोर्ट के बाद भी वह निश्चिंत रहा और उसके एनजीओ को सरकारी फंड एलॉट हुआ. ब्रजेश ठाकुर सीएम नीतीश कुमार सहित तमाम दिग्गज नेताओं के साथ मंच साझा करता नजर आ चुका है.
ब्रजेश ठाकुर हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में प्रकाशित होने वाले तीन अखबारों का मालिक है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रजेश के तीन अखबारों में से एक हिंदी दैनिक प्रात: कमल, मुजफ्फरपुर से प्रकाशित होता है जहां उसका बालिका संरक्षण गृह है. उसका अंग्रेजी अखबार न्यूज नेक्स्ट पटना से प्रकाशित होता है और उर्दू अखबार हालात-ए-बिहार समस्तीपुर जिले से प्रकाशित होता है. ब्रजेश पर इन अखबारों की कुछ प्रतियां छपवाकर बड़े सरकारी विज्ञापन लेने का भी आरोप है.
इस मामले में समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति का नाम भी सामने आ रहा है. वहीं, डेप्यूटी सीएम सुशील मोदी मंजू वर्मा के समर्थन में उतर आए हैं. सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि मंजू वर्मा पर कोई आरोप नहीं है. सुशील मोदी मंजू वर्मा के पति के शेल्टर होम में जाने के आरोपों पर समर्थन में उतरे हैं. जबकि उन्हीं की पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर ने रविवार को मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि मंजू वर्मा के विभाग में इतना गलत काम हो रहा था और उन्हें भनक तक कैसे नहीं लगी.
बच्चियों ने पॉक्सो कोर्ट में दर्दभरी दास्तां सुनाई थी जिसे सुनकर लोगों की रूह कांप जाएगी. बच्चियों ने कहा था कि उनकी देखरेख करने वाली आंटी उनके साथ गंदा काम करवाती थी. अंकल शरीर पर तेल फेंकते थे इससे बचने के लिए वे शीशे से खुद के हाथ पैर काट लेती थीं. एक हंटर वाले अंकल थे जो उन्हें बहुत पीटते थे. हंटर वाले अंकल के साथ एक तोंद वाले नेताजी आते थे. उन्हें उनके साथ गंदा काम करने को मजबूर किया जाता था. बच्चियों को इनके अलावा अन्य लोगों के साथ भी संबंध बनाने को मजबूर किया जाता था.
बच्चियों ने कहा था कि उन्हें रात को सोने से पहले कोई दवाई (नशे की) दी जाती थी. दवाई नहीं खाने पर उन्हें पीटा जाता था और जान से मारने की धमकी दी जाती थी. उन्हें ब्रजेश अंकल के साथ सोने को मजबूर किया जाता था. जब वे सुबह को उठती थीं तो उनके शरीर पर कपड़े नहीं होते थे और हर जगह दर्द होता था.
इस मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत 10 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. लेकिन, गिरफ्तारी के समय ब्रजेश ठाकुर हंसता नजर आया था. पॉक्सो के तहत उसकी रिमांड मांगी गई थी लेकिन मिल नहीं पाई. उसे जेल में भेज दिया गया जिसके बाद वह जेल अस्पताल में आराम फरमा रहा है. पॉक्सो कोर्ट ने ब्रजेश की बेल की अर्जी को खारिज कर दिया था. शेल्टर होम रेप केस में 31 मई को एफआईआर दर्ज हुई थी. इसके बाद दो जून को उसे गिरफ्तार किया गया था.
ब्रजेश ठाकुर के अलावा ये हैं आरोपी
मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बच्चियों से रेप के मामले में संचालक ब्रजेश ठाकुर सहित बालिका आश्रय गृह के अधिकारियों और कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया है. इस मामले में कुल 10 आरोपी हैं. इनमें किरण कुमारी, मंजू देवी, इन्दू कुमारी, चन्दा देवी, नेहा कुमारी, हेमा मसीह, विकास कुमार एवं रवि कुमार रौशन और दिलीप कुमार वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. इनके अलावा बच्चियों ने जिस मोटी तोंद वाले नेताजी की बात कही है उनपर शिकंजा कब तक कसा जाएगा यह कह पाना मुश्किल है.
जानिए कौन है ब्रजेश ठाकुर, जिस पर लगा है शेल्टर होम की लड़कियों से रेप का आरोप