नई दिल्ली। राहुल गांधी को मानहानि के मुकदमे में गुरुवार को दो साल की सजा के बाद कल उनकी लोकसभा सदस्यता को भी खत्म कर दिया गया। लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी नोटिस में इसकी जानकारी दी गई है। नोटिस में लिखा गया है कि, सूरत की अदालत ने वर्ष 2019 के मानहानि मामले में सजा […]
नई दिल्ली। राहुल गांधी को मानहानि के मुकदमे में गुरुवार को दो साल की सजा के बाद कल उनकी लोकसभा सदस्यता को भी खत्म कर दिया गया। लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी नोटिस में इसकी जानकारी दी गई है। नोटिस में लिखा गया है कि, सूरत की अदालत ने वर्ष 2019 के मानहानि मामले में सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी को शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराया गया है। मानहानि के मामले में अदालत ने राहुल गांधी को 2 वर्ष के लिए कारावास की सजा सुनाई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिए जाने के बाद शुक्रवार को केरल की वायनाड संसदीय सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया है।
इसके अलावा कोर्ट ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को 2 साल की सजा सुनाने के साथ ह 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। फिलहाल राहुल गांधी को 30 दिन की जमानत भी मिल गई है। इस दौरान राहुल उच्चतम न्यायलय में भी फैसले को चुनौती दे सकते है। मुख्य विपक्षी नेता होने के चलते देश के मीडिया के अलावा विदेश के मीडिया ने भी इस प्रमुखता से छापा है आइए जानते है मामले पर क्या लिखा है विदेशी मीडिया ने –
अमेरिकी अखबार द वाशिंगटन पोस्ट ने अपने न्यूज पोर्टल पर राहुल गांधी की खबर को प्रमुखता से लिखते हुए उन्हें भारत में विपक्ष का सबसे प्रमुख चेहरा बताया पोस्ट ने लिखा कि शुक्रवार को संसद से भारत के शीर्ष विपक्षी नेता को निष्कासित कर दिया गया । इससे देश के एक दर्जन विपक्षी राजनीतिक दल एकजुटता दिखाते दिखे। उन्होंने इस कदम की निंदा की है।
वहीं राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर द न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि मोदी सरकार के राजनीतिक विरोध में खड़े राष्ट्रीय चेहरे राहुल गांधी को शुक्रवार को संसद के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। इससे देश के राजनीतिक हलकों में बड़ा झटका लगा है। साथ ही यह कभी राजनीतिक रूप से काफी मजबूत रही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के लिए भी बुरी खबर है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने लेख में अडानी मामलें का भी ज्रिक किया है। इसने कहा है कि राहुल गांधी लंबे समय से नरेंद्र मोदी के खास गौतम अडानी की जांच के लिए संसद में मांग करते रहे है।
ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ ने भी राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने पर कहा कि भारतीय विपक्षी नेता राहुल गांधी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपराधी बताने वाली टिप्पणी के लिए मानहानि का दोषी ठहराए जाने के बाद 24 घंटे बाद संसद से निष्कासित कर दिया गया है। इसमें आगे लिखा गया है कि राहुल गांधी फिलहाल जेल नहीं जाएंगे क्योंकि अदालत ने फैसले के खिलाफ अपील दायर करने के लिए उन्हें 30 दिन की जमानत दी है। अगर उच्च अदालत राहुल गांधी की सजा को रद्द कर देती है, तो वह अपनी सीट वापस पा सकते है।
वहीं बीबीसी ने लिखा कि मानहानि के मामले में दो साल की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद भारत की संसद ने वरिष्ठ विपक्षी नेता राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया है।
कतर के न्यूज पोर्टल अलजजीरा लिखता है कि मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अब भारत के मुख्य विपक्षी नेता राहुल गांधी को संसद के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तानी अखबार डॉन ने भी राहुल गांधी के बारे में लिखा कि राहुल गांधी को संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराया जाना भारतीय विपक्ष को तगड़ा झटका है। डॉन ने लिखा कि भारत की संसद ने शुक्रवार को विपक्षी कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया गया। इससे एक दिन पहले ही उन्हें एक मजिस्ट्रेट की अदालत ने पीएम मोदी के सरनेम से जुड़े मानहनि के मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई थी।