कोलकाता, पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार के बाद अब राज्य सरकार भी एक्शन मोड में नज़र आ रही है, वहां सीआईडी ने कल्याणी एम्स में भर्ती को लेकर जांच तेज कर दी है. सीआईडी ने आज इस मामले में भाजपा विधायक नीलाद्री शेखर दाना की बेटी से कई घंटों तक पूछताछ की. बंगाल में शिक्षा […]
कोलकाता, पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार के बाद अब राज्य सरकार भी एक्शन मोड में नज़र आ रही है, वहां सीआईडी ने कल्याणी एम्स में भर्ती को लेकर जांच तेज कर दी है. सीआईडी ने आज इस मामले में भाजपा विधायक नीलाद्री शेखर दाना की बेटी से कई घंटों तक पूछताछ की.
बंगाल में शिक्षा भर्ती घोटाले की जांच पहले से ही चल रही है. इसमें ईडी ने पूर्व तृणमूल नेता और राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया है.
बांकुरा से भाजपा विधायक नीलाद्री शेखर पर आरोप है कि उन्होंने अपने प्रभाव से बेटी मैत्री दाना को कल्याणी एम्स में नौकरी दिलवाई है, इस मामले में सीआईडी के 4 अधिकारी आज बांकुरा में नीलाद्री शेखर के घर पहुंचे और काफी देर तक पूछताछ की. एक महीने पहले ही कल्याणी थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई गई थी, आरोप के मुताबिक कल्याणी एम्स में भर्ती के दौरान घोटाला हुआ है और सीआईडी ने मामले की जांच हाथ में लेते ही पिछले हफ्ते नदिया के चाकदा से भाजपा विधायक बंकिम घोष की पुत्रवधू अनसूया घोष धर से घंटों पूछताछ की थी.
इस मामले में भाजपा के कई नेताओं पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अपने रिश्तेदारों को कल्याणी एम्स में नौकरी दिलवाई है.
जानकारी के मुताबिक, FIR में कुल 8 लोगों के नाम हैं और यह FIR 20 मई को दर्ज हुई थी. मामले में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406, 120-बी (आपराधिक साजिश) आदि के तहत FIR दर्ज की गई थी. शिकायत में कहा गया था कि विधायक नीलाद्री की बेटी को डेटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी दी गई थी, जिसकी 30 हजार रुपये महीना सैलरी थी. जबकि नीलाद्रि की बेटी इसका टेस्ट देने तक नहीं गई थीं.