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उत्तरांखड: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका, लक्ष्मी राणा ने पार्टी से दिया इस्तीफा

देहरादून: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में कांग्रेस को एक और झटका लगा है. कांग्रेस की प्रदेश महासचिव लक्ष्मी राणा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने त्यागपत्र में मोह भंग होने के कारणों का खुलासा करते हुए कांग्रेस पर मुसीबत की घड़ी में साथ नहीं देने का आरोप लगाया है. […]

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उत्तरांखड: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका, लक्ष्मी राणा ने पार्टी से दिया इस्तीफा
  • March 12, 2024 6:13 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

देहरादून: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में कांग्रेस को एक और झटका लगा है. कांग्रेस की प्रदेश महासचिव लक्ष्मी राणा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने त्यागपत्र में मोह भंग होने के कारणों का खुलासा करते हुए कांग्रेस पर मुसीबत की घड़ी में साथ नहीं देने का आरोप लगाया है. आपको बता दें कि पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और करीबियों के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी जिसमें दो करोड़ से ज्यादा की नकदी बरामदगी होने का दावा किया गया था. वहीं कांग्रेस की प्रदेश महासचिव लक्ष्मी राणा को हरक सिंह रावत की करीबी बताया जाता है. उन्होंने त्यागपत्र में कहा कि पिछले 27 सालों से कांग्रेस की सदस्य थी।

कांग्रेस की प्रदेश महासचिव का इस्तीफा

साल 1998 में लक्ष्मी राणा यूपी युवा कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री रहीं. वहीं 1997 से 2001 तक लक्ष्मी राणा कांग्रेस से ब्लॉक प्रमुख जखोली रहीं. 2002 से 2007 तक लक्ष्मी राणा उपभोगता फोरर्म की सदस्य रहीं. 2014 से 2019 तक लक्ष्मी राणा कांग्रेस से जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग रहीं. साल 2017 में रुद्रप्रयाग विधानसभा से लक्ष्मी राणा को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया. लक्ष्मी राणा ने कहा कि साल 2018 से अब तक कांग्रेस पार्टी की प्रदेश महासचिव हूं. मेरे घर पर राजनीतिक द्वेष के कारण प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी हुई. मैं जानती हूं कि छापेमारी कानूनी प्रक्रिया है, लेकिन पार्टी की ओर से मेरे खिलाफ राजनीतिक द्वेष पर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई और ना ही किसी ने दुःख की घड़ी में साथ दिया।

ईडी की छापेमारी को लेकर लगाया आरोप

इस बात से लक्ष्मी राणा आहत हैं कि ईडी की छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. कयास लगाए जा रहे हैं कि लक्ष्मी राणा भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए आतुर हैं. हरक सिंह रावत की करीबी होने के कारण अभी भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइनिंग नहीं हो पाई है. माना जा रहा है कि लक्ष्मी राणा के साथ एक और कांग्रेसी नेता भारतीय जनता पार्टी  ज्वाइन कर सकता है।

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