Uttar Pradesh: यूपी टीईटी (UP TET) पेपर लीक मामले में प्रदेश की योगी सरकार बड़ी सख्ती से निपट कर रही है। मामले की जांच एसटीएफ द्वारा की जा रही है। अभी तक की कार्रवाई में सामने आया है कि पेपर लीक के तार दिल्ली से हरियाणा तक जुड़े हो सकते हैं। इस बीच एक चौंकाने […]
यूपी टीईटी (UP TET) पेपर लीक मामले में प्रदेश की योगी सरकार बड़ी सख्ती से निपट कर रही है। मामले की जांच एसटीएफ द्वारा की जा रही है। अभी तक की कार्रवाई में सामने आया है कि पेपर लीक के तार दिल्ली से हरियाणा तक जुड़े हो सकते हैं। इस बीच एक चौंकाने वाला खुलासा और सामने आया है। एसटीएफ की जांच में पता चला है कि परीक्षा की प्रक्रिया में शामिल दो अफसरों को पेपर लीक किए जाने की पूरी जानकारी थी। वे जानते थे कब, कैसे और कहां पेपर लीक किया जाएगा।
पेपर लीक के लिए 3 जिलों के 5 परीक्षा केंद्रों को चुना गया था। ये भी तय था कि 300 अभ्यर्थियों तक ही पेपर पहुंचाया जाएगा। लेकिन, गिरोह के कुछ सदस्य ज्यादा लालच में आ गए। उन्होंने तय रणनीति से अलग कई अन्य अभ्यर्थियों तक पर्चे के सवाल व्हाट्सएप द्वारा पहुंचा दिए। जब ये सवाल चारों पहुंचने लगे तो पेपर लीक होने की बात उजागर हो गई। सरकार ने मामले का जल्द संज्ञान लेते हुए इसकी जांच एसटीएफ को सौंप दी। बता दें कि एसटीएफ ने परीक्षा से कुछ घंटे पहले ही छापेमारी शुरू कर दी थी।
टीईटी परीक्षा के लिए सरकार की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पर्चे की छपाई से लेकर परीक्षा केन्द्र तक पहुंचने की सारी जानकारी गुप्त रखी गई थी। लेकिन इन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण पेपर लीक हो गया। एसटीएफ ने इन सभी तथ्यों को अपनी शुरुआती रिपोर्ट में लिखा है। यह रिपोर्ट अब प्रदेश सरकार को भेजी जाएगी, जिसके बाद धांधली में शामिल इन अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
पिछले माह की 28 नवंबर को पर्चा लीक होने के कारण टीईटी परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार परीक्षा की अगली संभावित तारीख 23 जनवरी 2022 हो सकती है। हालांकि बोर्ड द्वारा अभी इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। पेपर लीक जैसी घटना की पुनरावृत्ति न हों इसके लिए इस बार यूपी टीईटी परीक्षा में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के अनुसार हर छात्र के लिए एक अलग लिफाफे में प्रश्न पत्र, कॉपी और OMR शीट होगी। इस तरह हर उम्मीदवार का पेपर और आंसर शीट भी अलग होगी।