नाराज़गी की अटकलों के बीच हाईकमान ने बृजेश पाठक को बुलाया दिल्ली

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में ‘तबादलों में भ्रष्टाचार और कार्रवाई को लेकर नाराज चल रहे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को दिल्ली बुलाए जाने की चर्चा है. बताया जा रहा है कि वे आज या कल में दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं. यहाँ पाठक पार्टी आलाकमान से मुलाकात करेंगे. इससे पहले यूपी के एक और नाराज […]

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नाराज़गी की अटकलों के बीच हाईकमान ने बृजेश पाठक को बुलाया दिल्ली

Aanchal Pandey

  • July 21, 2022 4:28 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में ‘तबादलों में भ्रष्टाचार और कार्रवाई को लेकर नाराज चल रहे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को दिल्ली बुलाए जाने की चर्चा है. बताया जा रहा है कि वे आज या कल में दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं. यहाँ पाठक पार्टी आलाकमान से मुलाकात करेंगे. इससे पहले यूपी के एक और नाराज मंत्री दिनेश खटीक ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी, हालांकि वे शाह और पीएम मोदी से भी मिलना चाहते थे लेकिन उन्हें उनसे मुलाक़ात का समय नहीं मिल पाया.

जितिन प्रसाद भी पहुंचे थे दिल्ली

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आलाकमान ने ब्रजेश पाठक को दिल्ली बुलाया है. ब्रजेश पाठक को ऐसे वक्त पर दिल्ली बुलाया गया है जब, उनके, जितिन प्रसाद और दिनेश खटीक के नाराज होने की खबरें सामने आ रही हैं. जितिन प्रसाद भी बुधवार को दिल्ली पहुंचे थे, हालांकि उनकी मुलाकात सिर्फ जेपी नड्डा से ही हो पाई.

नड्डा ने खटीक को दी नसीहत

उधर, जेपी नड्डा ने दिनेश खटीक की बातें सुनीं और उन्हें समस्याओं के निराकरण का आश्वासन भी दिया है, इसके साथ दिनेश खटीक को भाजपा अध्यक्ष की ओर से नसीहत भी मिली है कि वो सरकार और पार्टी के मसले को पार्टी फोरम में ही उठाएं.

क्यों नाराज़ हैं बृजेश पाठक और जितिन प्रसाद ?

योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के स्वास्थ्य मंत्रालय में भी ट्रांसफर का खेल सामने आया था. स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों पर काफी आपत्तियां जताई गई थीं. डॉक्टर्स ने आरोप लगाए थे कि तबादला नीति को दरकिनार कर ये ट्रांसफर किए गए, एक ही जिले में तैनात पति-पत्नी का ट्रांसफर अलग-अलग जिलों में कर दिया गया. स्वास्थ्य विभाग में हुए ट्रांसफर पर खुद मंत्री ब्रजेश पाठक ने सवाल उठाए थे और उन्होंने इस मामले में विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से जवाब भी माँगा था. इसके बाद सीएम योगी ने तबादलों पर बकायदा जांच बैठा दी है.

वहीं, जितिन प्रसाद के PWD मंत्रालय में भी तबादलों में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था, इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने जितिन प्रसाद के ओएसडी अनिल पांडे को हटा दिया था. साथ ही विभाग में अन्य अफसरों को भी बर्खास्त कर दिया था, बताया जा रहा है कि सीएम योगी की इस कार्रवाई से जितिन प्रसाद नाराज़ चल रहे हैं.

 

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